हाइकु/सेदोका

पाँच हायकू

( 1 )
खुद की रक्षा
आज के लिए बनी
देश-सुरक्षा ।

( 2 )
संकट आया
प्रकृति दोहन से
प्राण गँवाया ।

( 3 )
‘ लौट आना माँ ‘
साँझ होते ही नीड़
देखूँ आसम़ाँ ।

( 4 )
कहीं से आई
चींटी देखती नहीं
गिरि-ऊँचाई ।

( 5 )
दोनों किनारे
तीव्र नदीं को देख
मौन बेचारे ।

— टीकेश्वर सिन्हा “गब्दीवाला”

टीकेश्वर सिन्हा "गब्दीवाला"

शिक्षक , शासकीय माध्यमिक शाला -- सुरडोंगर. जिला- बालोद (छ.ग.)491230 मोबाईल -- 9753269282.