गीत/नवगीत

कोरोना पर गीत – हार ही जायेगा यह कोरोना

कानपुर के चर्चित हास्य-व्यंग्य कवि डॉ. कमलेश द्विवेदी ने कोरोना योद्धाओं को समर्पित एक गीत लिखा है-“हार ही जाएगा यह कोरोना” जिसका वीडियो एल्बम उनके बेटे दिव्यांश द्विवेदी ने तैयार किया है. इस एल्बम में डाॅ.कमलेश द्विवेदी के साथ ही डॉ. विष्णु सक्सेना (अलीगढ़) डाॅ. कीर्ति काले (नई दिल्ली) और डाॅ. कविता किरण ( फालना-राजस्थान) ने इस गीत की प्रस्तुति दी है. इसी गीत का एक और एल्बम बना है जिसे लखनऊ के गायकों- सृष्टि पांडेय, विनय सिंह और डॉ.रितेश श्रीवास्तव ने अपने स्वर और संगीत से सजाया है. गीत की लोकप्रियता  का अंदाज़ा  इसी बात से लगाया जा सकता है कि  इसका  तीसरा एल्बम  भी जारी हुआ है जिसमें स्वर दिया है  सारांश सक्सेना (मुंबई) ने. ख़ास बात यह है कि लाॅकडाउन में सारे कवियों और गायकों ने ये प्रस्तुतियाँ अपने घर में बैठकर दी हैं जिसे कानपुर में वीडियो स्वरूप दिया गया है. सोशल साइट्स पर अब तक हजारों लोग इसे देख चुके हैं.

इतनी शक्ति हमें देना दाता,         
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना।
लाॅकडाउन का पालन करें हम,
हार ही जायेगा यह कोरोना।।

अपने घर में हमेशा रहें हम,
बेवज़ह यों ही बाहर न जायें।
हो ज़रूरी अगर हमको जाना,
मास्क चेहरे पे हरदम लगायें।
ध्यान यह भी रहे रोज़ हमको
हाथ अपने कई बार धोना।
लाॅकडाउन का पालन करें हम,
हार ही जायेगा यह कोरोना।।

जो कोरोना के योद्धा हैं सारे,
सच में हमसे वो कितने बड़े हैं।
रात-दिन सबकी सेवा में देखो,
जाँ हथेली पे लेकर खड़े हैं।
उनका सम्मान हरदम करें हम,
चूक हमसे कभी कोई हो ना।
लाॅकडाउन का पालन करें हम,
हार ही जायेगा यह कोरोना।।

चीन, अमरीका, रूस और इटली,
विश्व में देश कितने हिले हैं।
सोचिये जैसे हमको मिले क्या,
वैसे पीएम किसी को मिले हैं?
हौसला वो बढ़ाते हमेशा,
कहते रहते हैं- मैं हूँ, डरो ना।
लाॅकडाउन का पालन करें हम,
हार ही जायेगा यह कोरोना।।

— डाॅ. कमलेश द्विवेदी