कविता

हम जीत सकते हैं

न कोई योजना थी
न कोई था उपाय
महामारी टूट पड़ी
हर व्यक्ति हुआ असहाय
इटली,चीन,अमेरिका
या भारत ,पाकिस्तान
कोरोना की बीमारी से
हर मुल्क हुआ परेशान
अब बनी योजनायें सारी
अब सारे किये गये जतन
कितनी मौतें हुई किसका दोष
जैसे विष बरसाया हो गगन
हे प्रभु! कृपा करो जग पर
हर प्राणी को सशक्त करो
कोरोना नामक इस दैत्य से
हम सबको भयमुक्त करो।
अब सब जागें है नींद से
अब सबको बात पता चली
उपाय किए तब भारत ने
जनता कर्फ्यू की चाल चली
सब करो समर्थन मोदी जी का
अपने अपने घर में वास करो
बाहर न निकलो तुम मित्रों
जीत कर कोरोना से इतिहास रचो
हम सब साथ देकर ही
सारी मुश्किल से जीत सकते है
पोलियो जीता,टीबी जीत,
अब कोरोना को मात दे सकते हैं।
— शुभम पांडेय गगन

शुभम पांडेय गगन

अयोध्या, फैज़ाबाद