विविधसंस्मरण

हड़ताल बाद नियोजित शिक्षकों के योगदानार्थ फिजिकल डिस्टेंसिंग का खुला खेल फर्रूखाबादी !

हड़ताल समाप्ति के बाद बिहार के नियोजित शिक्षकों के योगदानार्थ फिजिकल डिस्टेंसिंग का खुला खेल फर्रूखाबादी ! …. क्योंकि अभी देशवासी ‘लॉकडाउन’ का पूर्ण पालन कर ही रहे हैं कि इसी बीच बिहार के शिक्षक संघों ने बिहार शिक्षा विभाग को एक अघोषित समझौता के आलोक में चल रही नियोजित शिक्षकों की हड़ताल को समाप्त करने संबंधी पत्र सौंपा, जो कि 5 मई ’20 से नियोजित शिक्षकों की विद्यालयवार उपस्थिति समझा जाने लगा।

ध्यातव्य है, लाखों नियोजित शिक्षक संदर्भित मुख्यालय से दूरी लिए हैं  तथा आवागमन हेतु वाहन-परिचालन बाधित होने से उनकी व्यक्तिश: दैहिक उपस्थिति संभव नहीं हो पा रही है। शिक्षा विभाग के 6 मई ’20 के पत्र में घर पर फँसे वैसे शिक्षकों के लिए जो दूसरे जिलों में शिक्षक हैं, को लेकर लिखा है कि वे गृह जिलाधिकारी से विद्यालय मुख्यालय जाने के लिए यात्रा-पास ले लेंगे।

प्रश्न है, जो शिक्षक अपने जिले में ही शिक्षक हैं और घर पर फँसे हैं और विद्यालय या मुख्यालय कई किलोमीटर दूर है और उनके पास कोई वाहन नहीं है, वो जिलाधिकारी या संबंधित मुख्यालय व विद्यालय ‘योगदान’ लेने कैसे पहुँचेगे ?

अगर विभाग व्हाट्सएप पर फरमान जारी करते हैं, तो लॉकडाउन अवधि तक योगदान व्हाट्सएप से ही क्यों न ले लेते ? ऐसे शिक्षकों को अन्यथा की स्थिति में मार्गदर्शन भी अगर कहीं से नहीं मिल रही है, तो वो क्या करें, क्या ना करें ? द्वंद्वात्मक स्थिति लिए है और शिक्षाधिकारियों के कार्यालय/मुख्यालय में योगदान के लिए आपाधापी और धमाचौकड़ी से लॉकडाउन विहित ‘फिजिकल डिस्टेंसिंग’ तो खुला खेल फर्रूखाबादी बन गई है !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.