कविता

ख्वाब

सुर्यास्त और ध्यान

मैं और ख्याल

शब्द और उन्माद

शांति और विवाद

कुछ गुलाम और आजाद

आहट और शोरगुल

इशारे और भूल

बचपना और धूल

कुछ पहलू जिंदगी के अनछुए

नलकूप ,पगडंडियां और कूएं

महरबानी,षड्यंत्र और जाल

मैं,अकेलापन और ख्याल

 

प्रवीण माटी

नाम -प्रवीण माटी गाँव- नौरंगाबाद डाकघर-बामला,भिवानी 127021 हरियाणा मकान नं-100 9873845733