हास्य व्यंग्य

2018 : ए हेट स्टोरी (व्यंग्य)

★एक ‘नियोजित संवाददाता’ (एक ‘नियोजित शिक्षिका’ से):-

अंग्रेजी दिनों के नाम ‘ब्लैक बोर्ड’ पर लिखिए ?

◆नि. शिक्षिका:-

क्यों ? एक शिक्षक से इस ढंग से बात की जाती है!

★नि. संवाददाता:-

आप तो नियोजित हैं, वो वाली नहीं हैं!

◆नि. शिक्षिका:-

ऐसी बात है, तो सुन लीजिए… सन्डे, मंडे, अंडे, डंडे, रंडे, झंडे, लौंडे….

★नि. संवाददाता:-

अरे, यह क्या बदतमीजी है? दो तक सही है, उसके बाद यह क्या बोल गई?

◆नि. शिक्षिका:-

जब मैट्रिक पास की थी न, तबै अंग्रेजी अनिवार्य नहीं थी, जो अब भी अनिवार्य नहीं है, जो कुछ सीखी– बच्चों से सीखी, आप जैसों से सीखी….

★नि. संवाददाता:-

हमसे कैसे?

◆नि. शिक्षिका:-

आप भी तो अंग्रेजी नहीं जानते हैं, जानते तो अंग्रेजी में ही पूछते न सवाल! दूजे अंग्रेजी अनिवार्य नहीं है । तब, अब का पढ़त, बथुआ!

★नि. संवाददाता:-

गणित ज्ञान कैसी है?

◆नि. शिक्षिका:-

बिल्कुल आपके जैसी, जैसे आप सब सिर्फ प्रधानाध्यापक से MDM कितना बचाये– का ही हिसाब पूछते हैं!

★नि. संवाददाता:-

बिहार के मुख्यमंत्री का क्या नाम है?

◆नि. शिक्षिका:-

बता के क्या फायदा ? हम शिक्षकों के फ़ेवर में वो तो हैयये नहीं है, हाई कोर्ट ने कितना अच्छा फैसला दिया था, हमसबों के हित में ! किन्तु उसके विरुद्ध वे सुप्रीम कोर्ट चले गए । वैसे व्यक्ति का नाम याद रखके का फायदा? इहाँ डिग्री और दक्षता परीक्षा पास करके ही टीके हैं हमनी के ! बताइये जरा, किस पेपर में छपेगी यह इंटरव्यू?

★नि. संवाददाता:-

दैनिक देशरत्न!

◆नि. शिक्षिका:-

नया पेपर है का? जाइये छापिए! …. और हाँ, का हो संवाददाता जी, अपने बच्चों को सरकारी विद्यालय में तो पढ़ाते ही होंगे…

★नि. संवाददाता:-

नहीं, यहाँ पढ़ाई नहीं होती है न, इसलिए कॉन्वेंट में पढ़ाता हूँ!

◆नि. शिक्षिका:-

तब तो यह आपको पहले से पता है और आप जैसे बुद्धिजीवी ऐसा नहीं करते हैं, तो कौन किनको छल रहा है… सबको पता है ! हम्माम में सब नंगे हैं । वैसे आज MDM में अंडा नहीं बना है ! …. समझे न ! …. और सेब के बदले ‘गरीब का सेब’ (आम) चला दी हूँ !

— ‘नियोजित संवाददाता’ इतना सुनकर सिर्फ मुँह बिचकाते हैं और मोबाइल का कैमरा छनकाते हैं, फिर उनका प्रस्थान होता है, किसी और विद्यालय के लिए ! इस प्रकार इस एकांकी का पर्दा गिरता है।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.