शिशुगीत

पापा का स्कूटर

पीं-पीं-पीं-पीं शोर मचाता,
पापा का स्कूटर आया,
अब तो खूब मजा आएगा,            Bajaj Chetak scooter launch: चेतक स्कूटर लग रही ...
सोनू सैर करने जाएगा.
”अभी नहीं उतरूंगा पापा,
चक्कर एक और खिलवा दो,
अच्छे-अच्छे काम करूंगा,
एक बार बस और घुमा दो.”

 

1978 में लिखी पुस्तक शिशु गीत-संग्रह  से

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244