कविता

आओ करें हम जल का दान

महाज्ञानी थे
ऋषि मनीषी
जल की महिमा का
था उनको ज्ञान ।
जरूरत को जोड़ कर
व्रतोपासना से
हमें करना सिखाया
जल का सम्मान ।।

निर्जला एकादशी को
रह कर प्यासा
समझे मानव
पुरखों का ज्ञान।
बूंद- बूंद को
रखो सहेज कर
जल में बसते हैं
हम सबके प्राण ।।

भीषण गरमी में
जल करके वितरित
मानव सीखे
करना कल्याण ।
जल जीवन है,
है अनमोल रतन यह
आओ करें हम जल का दान।।

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed