धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

विशेष सदाबहार कैलेंडर- 157

                             (शिप्रा तिवानी के जन्मदिन पर विशेष सदाबहार कैलेंडर)

1.सालगिरह पर कितनी नेक तमन्नाएँ प्राप्त हुईं होंगी,
लेकिन इन में एक मुबारकबाद मेरी अभी तक बाक़ी है
ये तो इक रस्म-ए-जहाँ है जो अदा होती है,
वर्ना सूरज की कहाँ सालगिरह होती है
ख़ुदा करे न ढले धूप आपके चेहरे की
तमाम उम्र आपकी ज़िंदगी की शाम न हो
ज़िंदगी भर ये आसमाँ आपको,
किसी आफ़त में न अटकाए,
ये बेख़ुदी ये लबों की हँसी मुबारक हो,
आपको ये सालगिरह की ख़ुशी मुबारक हो.

2.जन्मदिन की आप को, बधाई हो बधाई,
जन्मदिन तुम्हारा खाएंगे हम घर की बनी मिठाई,
मौसम ने ली अंगड़ाई, फूल-फूल खिले तरुणाई,
जैसे बसंत बहार आई, हर कली मुस्कुराई,
सूरज, चंदा और तारें दे रहें हैं बधाई,
महकते फूल,चहकते पंछी, दे रहे है बधाई,
हर कामना हो पूरी, जीवन में मिले कामयाबी,
जन्मदिन की आप को बधाई हो बधाई.

3.चांद ने अपनी चांदनी बिखेरी है,
तारों ने आसमान को सजाया है,
कहने आपको जन्मदिन मुबारक हो,
देखो आज फ़रिश्ता आया है.

4.ये सुबह जितनी खूबसूरत है,
उतना ही खूबसूरत आपका हर पल हो,
जितनी भी खुशियां आज आपके दामन में हैं,
उनसे भी ज़्यादा आपके दामन में हों.

5.अंधेरे से मत डरो, सितारे अंधेरे में ही चमकते हैं,
आंधियां लाख चलें, मंज़िल के दीवाने कब भटकते हैं?

6.कश्ती डाल दे तूफानों में ए साहिल
हौसले देख लहरों के इशारे बदल जायेंगे.

7.सबकी खुशी को देखकर खुश होना अच्छा,
इस तरह दुःख की संकल्पना से दूर होना अच्छा,
अपने मन की बगिया भी महक जाएगी,
सबके मन के गुलशन को महकाना अच्छा.

8.रिश्तों में मिठास रह सके, तो कोई बात बने,
सबको ही अपना कह सकें, तो कोई बात बने,
धन-माल तो आने-जाने हैं, उनका ग़ुमान क्या करना,
मानवों से मानवीय रिश्ता निभा सकें, तो कोई बात बने.

9.कोई भी लक्ष्य मनुष्य के साहस से,
बड़ा नहीं होता,
हारा वही, जो लड़ा नहीं.

10.विशेष सदाबहार कैलेंडर आ गया लेकर बहार,
प्यार की रेसिपी खाने को हम बैठे थे तैयार.
जन्मदिन से करके start बना दिया खुशियों का chart.
learned from you a lot, living a life with good thought.

11.ऐ ‘सुबह’ तुम जब भी आना,
सबके लिए बस ‘खुशियां’ ही लाना,
हर चेहरे पर ‘हंसी’ सजाना,
हर आंगन में ‘फूल’ खिलाना.

12.खुद से बहस करोगे, तो सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे,
दूसरों से बहस करोगे, तो और नए सवाल खड़े हो जाएंगे.

13.हंसी के नग़मे गाती रहो,
वक्त निकालकर मुस्कुराती रहो,
जन्मदिन मुबारक कबूल करो और
हरदम खिलखिलाती रहो.

14.बदल जाओ वक्त के साथ
या फिर वक्त बदलना सीखो
मजबूरियों को मत कोसो
हर हाल में चलना सीखो.

15.हर व्यक्ति किसी न किसी बात में मुझसे बेहतर होता है
और मैं उसी से यह बात सीख लेता हूँ.

16.छू लो आसमान जमीन की तलाश न करो,
जी लो ज़िंदगी ख़ुशी की तलाश न करो,
तकदीर बदल जाएगी अपने आप ही दोस्तो,
मुस्कुराना सीख लो, वजह की तलाश न करो.

17.समस्याएं इतनी ताकतवर नहीं हो सकतीं,
जितना हम उन्हें मान लेते हैं,
ऐसा कभी नहीं हुआ,
कि अंधेरों ने सुबह ही न होने दी हो,
चाहे कितनी भी काली रात हो,
उसके बाद सुबह तो होनी ही है.

18.हम आपकी यादों में रहते हैं,
स्नेह के दिए स्नेह से रोशन रखते हैं,
फीका न पड़ जाए स्नेह का रंग,
इसलिए जन्मदिन के बहाने आपको सदाबहार कैलेंडर भेजते हैं.

19.जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है,
इन दो शब्दों में सुख बेहिसाब है.

20.ये खुशबू ये हवा ये फ़िज़ा आपकी हुई,
मौसम की हर एक अदा आपकी हुई,
दिल ने चाहा कुछ ख़ास तोहफ़ा,
तो दिल से निकलने वाली हर एक दुआ आपकी हुई.

21.एक उसूल पर गुजारी है जिंदगी मैंने,
जिसे अपना माना, उसे कभी परखा नहीं.

22.जिंदगी में इतना खुश रहो,
कि आपको देखकर,
किसी और की जिंदगी खुशनुमा हो जाए.

23.आपका खुशनुमा चेहरा भगवान को भी पसंद है,
क्योंकि आपको वरदान मिला है,
कि खुश रहो और खुशियां बांटो.

24.फूलों में खुशबू, हवाओं में ताज़गी है,
नदियों में पानी, पानी में रवानगी है,
हम ही नहीं कुल जहान कह रहा है,
जन्मदिन मुबारक हो, भव्यता से भरी आपकी सादगी है.

25.सुबह की शुद्ध हवाओं के साथ,
सूरज की दमकीली किरणों के साथ,
फूलों की भीनी-भीनी खुशबूओं के साथ,
मुबारक हो जन्मदिन आपको,
एक नए कामयाब दिन की शुरुआत के साथ.
.

26.फूलों की सुगंध से सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा,
तारों की चमक से चमत्कृत हो जीवन तुम्हारा,
उम्र आपकी हो सूरज जैसी,
याद रखे जिसे हमेशा दुनिया,
जन्मदिन में आप महफ़िल सजाएं ऐसी,
शुभ दिन ये आये आपके जीवन में हज़ार बार,
और हम आपको “जन्मदिन मुबारक ” कहते रहें हर बार.

27.क़दम-क़दम पर मिले सफलता, डगर-डगर उत्थान मिले
सूरज रोज संवारे दिन को, चाँद मधुर सपने ले आये
हर पल समय दुलारे तुमको, सदियों तक पहचान मिले.

28.इतनी-सी मेरी दुआ क़बूल हो जाये
कि तेरी हर दुआ क़बूल हो जाये
तुझे मिले जन्मदिन पर लाखों ख़ुशियाँ
और जो तुम चाहो रब से
वो पल भर में मंज़ूर हो जाये.

29.जन्मदिन आपका आता रहे,
हर वर्ष सबको हर्षाता रहे,
जीवन हो मस्ती से पूरित,
गीत खुशी के गाता रहे.

30.जन्मदिवस की बधाई हो,
खुशियों की शहनाई हो,
उठे नज़र जिस ओर, जिधर भी,
मस्त बहारें छाई हों.

31.फूलों की तरह महकती रहो,
चिड़ियों की तरह चहकती रहो,
चंदा की तरह चमकती रहो,
सूरज की तरह दमकती रहो,
आज के सुनहरे जन्मदिन की तरह,
अनगिनत सुनहरे जन्मदिन मनाती रहो.

(शिप्रा तिवानी के जन्मदिन पर विशेष जन्मदिन-गीत)

फूलों-कलियों ने महफिल सजाई, जन्मदिन तेरा है

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “विशेष सदाबहार कैलेंडर- 157

  • लीला तिवानी

    जन्मदिन का यह भजन बीस साल पहले शिप्रा तिवानी के जन्मदिन के उपलक्ष में विशेष रूप से लिखा गया था, जो शिप्रा तिवानी को बहुत पसंद आया था, तब शिप्रा तिवानी का विवाहोपरांत पहला जन्मदिन था. पुत्रवधू शिप्रा तिवानी को जन्मदिन की कोटिशः बधाइयां और शुभकामनाएं.

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