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भारतरत्न, पद्म अवार्ड और नेशनल अवार्ड लिए रोचक तथ्य !

अभिनेता राजेश खन्ना को मरणोपरांत पद्म सम्मान मिला, मरहूम ओम पुरी को 1990 में ही ‘पद्म श्री’ मिला था, उसके बाद ‘पद्म’ संबंधी कुछ मिला नहीं । प्रथम व्यक्तिगत ओलंपिक पदक विजेता के. डी. जाधव को मिला ही नहीं । दो राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्तकर्त्ता अजय देवगन को ‘पद्म श्री’ उनकी पत्नी काजोल को मिलने  के बाद ही प्राप्त होती है । अभी पिछले वर्ष (2016) ही अभिनेत्री रेखा को ‘पद्म श्री’ प्राप्त हुई है ।

सानिया मिर्ज़ा को पद्म श्री उनकी किशोरी अवस्था में ही प्राप्त हो चुकी है, तो उसे पद्म भूषण भी प्राप्त हो चुकी है, यह तो तब जब हम श्रीमती सोनिया गांधी को विदेशी मानते रहे और सानिया मिर्ज़ा विदेश की बहू हो गयी। किन्तु नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी को अबतक प्राप्त नहीं हुआ। उसे तो ‘भारत रत्न’ मिलना चाहिए ।

ऐसे कई असमानता है, पंडित जवाहरलाल नेहरू और उनकी सुपुत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने तो अपने कार्यकाल में ही ‘भारत रत्न’ ले लिए । ‘हंस’ के संपादक और प्रख्यात साहित्यकार स्व. राजेन्द्र यादव ने एक बार ‘हंस’ के संपादकीय में लिखा था कि मन्नू भंडारी को एकबार ‘पद्म श्री’ प्रदानार्थ सहमति लेने कुछ सरकारी लोग घर पर आये थे, किन्तु सरकार से सिद्धांत नहीं मिलने के कारण मन्नू जी नहीं ली, ऐसी उदाहरण कभी रोमिला थापर पेश की थी । यह अलग बात है कि इंदिरा गोस्वामी को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिलने के बाद वे ‘पद्म श्री’ को छोटा समझ ठुकरा दी थी । ऐसा नहीं लगता कि श्रीमान् वाजपेयी साहब को कई दशक पहले ही ‘भारत रत्न’ मिल जाना चाहिए था । शशि कपूर को दादा साहब फाल्के पुरस्कार ऐसी अवस्था में मिला, जब वे चलने, फिरने और समझने तक में सक्षम नहीं हैं । पद्म सम्मान को लेकर विवाद इतने क्यों है ? कभी एक उद्योगपति ने यहां तक कह दिया था कि उन्हें ‘पद्म श्री’ एक करोड़ रुपये खर्च करने पर मिला है । क्या ऐसा सच हो सकता है ?

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.