इतिहासलेख

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर

पहले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद, फिर जनता पार्टी और सजपा के लोकसभा सांसद ‘फायरब्रिगेड’ माननीय चंद्रशेखर की पुण्यतिथि (8 जुलाई) पर उन्हें श्रद्धांजलि!

सदन में कांग्रेस के सांसद और कांग्रेस के विरुद्ध ही बोलने की साहस जिस किसी में थी, वह शख़्स चंद्रशेखर थे! न कभी केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, न राज्यपाल यानी सीधे प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचनेवाले प्रथम और अभीतक एकमात्र व्यक्ति हैं।

जनता पार्टी की सरकार में जब उन्हें केंद्रीय मंत्री बनने का अवसर मिला, तो वह यह क्रीमीलेयर पद त्यागकर जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने । मा. विश्वनाथ प्रताप सिंह से उनकी बनी नहीं ! श्री लालू प्रसाद और श्री मुलायम सिंह के वे राजनीतिक गुरु रहे!

प्रधानमंत्री पद पर मात्र 7 माह 11 दिन रहे और एकमात्र पूर्णकालिक प्रधानमंत्री रहे, जिन्होंने लाल किला के प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रध्वज का आरोहण नहीं कर पाए।

वैसे कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर मा. गुलजारीलाल नंदा भी ऐसा नहीं कर पाए थे! प्रधानमंत्री श्री चंद्रशेखर के पत्र मुझे भी प्राप्त हैं, जो उन्होंने मुझे जनवरी 1991 में प्रेषित किये थे!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.