भजन/भावगीत

सियाराम को भजो

दिन रात सियाराम को भजो |
अनुचित सब कर्म तजो ||

उनकी छवि अति मनोहर |
शीश झुकाओ प्रभु के दर ||

सीताराम उत्तम गुण भंडार |
उनकी जग में कीर्ति अपार ||

हनुमान से सेवक महान |
प्रभुकृपा से मिला सेवा सम्मान ||

सियाराम का स्मरण पुण्यकारी |
तुलसी ने छवि हृदय में उतारी ||

प्रभु की भक्ति बड़ी सहज |
सुन लेते भक्त की हर आवाज ||

सियाराम सद् भाग्य जगायें |
आसुरी सब मोह माया मिटायें ||

दिन रात सियाराम को भजो |
अनुचित सब कर्म तजो ||

— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा 

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111