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सयानी है बिजली रानी !

बिजली रानी को निश्चित ही कोई दूसरा आशिक मिल गई होगी, अन्यथा वो इश्क-मिचौली नहीं करती ! इधर लगातार पन्द्रह दिनों से हर दिन बिजली 15 बार अवश्य ही कटती है । कभी 10 मिनट के बाद आ जाती है, तो कभी 10 घंटे बाद भी नहीं! जब से अपने गाँव में विद्युत सब ग्रिड हरकत में आई है, लो-वोल्टेज से निज़ात तो मिली है, किन्तु बिजली का यूँ कटना बदस्तूर ज़ारी है।

अभी फिर बिजली कट गई और मैं पोस्ट लिखने के साथ-साथ भूँजा फांकने बैठ गया हूँ । आजकल कोई मनुष्य भी बिजली बिल लेकर नहीं आते हैं, कम्प्यूटर जैसे नास्तिक मशीन से बिल निकालना पड़ता है और बेमतलब के नास्तिक मशीनचालक 10 रूपा ले ही लेते हैं ! मेरे गाँव में ग्रिड है और फायदा नगर पंचायतवासियों को हो जाता है । हमें बिजली रानी के बेवफाई की कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए तथा उनके राजापिता यानी सरकार को खत लिखना चाहिए कि ‘आपकी बिजली बेटी विवाहिता है, बावजूद उनकी चाल-चलन ठीक नहीं है ।’ पोस्ट के अंत होते-होते बिजली आ गई है, किन्तु उनकी टिकने के आसार नहीं लग रही है । लो वो चली गई….

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.