इतिहास

डाक-टिकटों में इन महापुरुषों का न होना !

मरने के बाद कृतित्व ही ‘अमर’ रहते हैं। साहित्यकार और वैज्ञानिक अपने कृतित्व के कारण ही अमर हैं । अपने आविष्कार ‘बल्ब’ के कारण थॉमस अल्वा एडिसन जगप्रसिद्ध हुए हैं, जगदीश चन्द्र बसु तो ‘क्रेस्कोग्राफ’ के कारण अमर हैं।

आज गोस्वामी तुलसीदास से बड़े ‘रामचरित मानस’ है और ‘मैला आँचल’ है तो  फणीश्वरनाथ रेणु भी है । ऐसे कृतिकारों के जन्मस्थली भी मायने रखते हैं, पोरबन्दर कहने मात्र से महात्मा गाँधी स्मरण हो आते हैं, ‘लमही’ तो उपन्यास सम्राट प्रेमचंद के पर्याय हो गए हैं, तो ‘समेली’ अनूप साहित्यरत्न की परिधि में अंट गए हैं। कटिहार, बिहार में ‘समेली’ कोई विकसित प्रखंड नहीं है, किंतु बौद्धिकता के मामले में अव्वल है, परंतु ‘समेली’ शब्द ‘मानस-स्क्रीन’ पर आते ही एकमात्र नाम बड़ी ईमानदारी से उभरता है, वह है- अनूप साहित्यरत्न।

बिहार के मधेपुरा जिले में 1885 के वैशाख शुक्ल चतुर्दशी को जन्म, पूर्णिया जिला स्कूल में पढ़ाई, तो अपने वर्गमित्र श्रद्धेय मधुसूदन पॉल ‘पटवारी’ के साथ मुरादाबाद, उत्तरप्रदेश के संत बाबा देवी साहब से दीक्षित हो रामानुग्रहलाल से ‘मेंहीं’ बन वे कटिहार ज़िला के नवाबगंज और मनिहारी को कर्मभूमि बनाए।

उनके अनन्य शिष्य महर्षि संतसेवी की कर्मभूमि भी मनिहारी रहे, जहाँ वे सद्गुरु की सेवा के साथ -साथ बच्चों को पढ़ाया भी करते थे । ‘सब संतन्ह की बड़ी बलिहारी’ केन्द्रित सब संतों के मत ‘संतमत-सत्संग’ का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कर लोगों में झूठ, चोरी, नशा, हिंसा, व्यभिचार तजना चाहिए’ का अलख जगाये । फिर नादानुसंधान, सुरत-शब्द-योग और ध्यानयोग-साधना कर कुप्पाघाट, भागलपुर में पूर्णज्ञान-प्राप्त किए।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.