संस्मरण

बहुचिन्तक मित्र

पंजाब के एक केंद्रीय विश्वविद्यालय में एक उच्च पद पर कार्यरत श्री सदानंद चौधरी; जो हिंदी और अंग्रेजी के अच्छे विश्लेषक हैं- के हाथों पुस्तकद्वय– 1. पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद (शोध), 2. लव इन डार्विन (नाट्य पटकथा)….

मेरे अनन्य मित्र श्री चौधरी जी इनसे पहले महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र) में कार्यरत थे…. वे गंभीर चिंतक हैं और पुस्तकालय विज्ञान में उनकी गहरी रुचि है।

मित्र के प्रति एक कविता सादर प्रस्तुत है-

‘जीवन-विचरण में
अवश्यंभावी कारक लिए
आप चिर संचय के मानिंद
नित्य नूतन रचनाएँ करते रहें
और रहें ताउम्र सदा आनंद !’

और उनके कार्यों को नई दिशा देने के लिए अलग अंदाज में–

‘जनता घर पर पसीने से लथपथ,
डरे राजा-चाटुकार, सूनी राजपथ !
बगूले और आदमी की खोज एक है,
मछलियों को दगा देती
उनकी ही विवेक है !’

आदरणीय मित्र के प्रति हृदयश: आभार..

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.