इलियाशनामा
अगर गालियों के कारण फ़िल्म हिट होते हैं, तो मेरे गाँव में एक है ‘इलियाश’ , ऐसे तो सब उसे पागल कहते है , पर गालियां वो मस्त बकता है, उसपर एक फ़िल्म बन सकता है । छोटका निर्देशक को इसके लिए आमंत्रित करता हूँ । हाँ, मेरा गाँव ऐतिहासिक है, जब सब एक-दूसरे-तीसरे से उलझते हैं, तो स्वयंमेव ऐतिहासिक गालियां निकलने लगती है । ‘parched’ से भी आगे ! ऐसे में फ़िल्म बनानेवाले राष्ट्रीय पुरस्कृत निर्देशकों को आमंत्रित करता हूँ । हाँ, ज्यादा प्रचार पाने के बाद ही मैं इलियाश और अपने गाँव से परिचय कराऊँगा, दोस्तों । इलू-इलू के चक्कर में आश नहीं मिला, लड़की बेवफ़ा बन गयी, तो लाश-टाइप दिखने लगे और नाम हो गया —‘इलियाश’।