बाल कविता

छतरी

मेरी छतरी प्यारी छतरी,बारिश की छतरी वाली तस्वीर चित्र ...
रक्षा करने वाली छतरी,
बारिश से है मुझे बचाती,
धूप से भी बचाती छतरी.
डंडा बनकर श्वान भगाती,
चोर-लुटेरों से भी बचाती,
कभी-कभी जब पड़े जरूरत.
छतरी छड़ी भी है बन जाती.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

3 thoughts on “छतरी

  • लीला तिवानी

    नवीन रोजगार छतरी योजना: ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म, Naveen Rojgar Chatri

  • लीला तिवानी

    सिंधिया राजमहल में एक हिस्से में समाधि स्थल है जहां छतरियों के नीचे सिंधिया राजवंश के दिवंगत सदस्यों की समाधियां हैं।

  • लीला तिवानी

    अलग-अलग देशों में जरूरत के अनुसार, छतरियां अलग-अलग रूप धर कर लोगों के काम आती रहीं। भारत के साथ साथ मिस्र, यूनान तथा चीन की प्राचीन कलाकतियों में छाते की छवि स्पष्ट तौर पर दिखाई देती है। छतरी के महत्व को देखते हुए कुछ देशों ने एक दिन इसके नाम कर दिया है। इन देशों में 10 फरवरी को अम्ब्रेला डे मनाया जाता है। अगर ग्वालियर के सिंधिया घराने की बात हो तो छतरी का मतलब बदल जाता है।

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