भाषा-साहित्य

अमृता प्रीतम की चर्चित संकलित रचनाएँ

अमृता प्रीतम की चर्चित रचनाओं के संकलन:-

उपन्यास:- डॉक्टर देव (1949) (हिन्दी, गुजराती, मलयालम और अंग्रेज़ी में अनूदित), पिंजर (1950) (हिन्दी, उर्दू, गुजराती, मलयालम, मराठी, अंग्रेज़ी और सर्बोकरोट में अनूदित), आह्लणा (1952) (हिन्दी, उर्दू और अंग्रेज़ी में अनूदित), आशू (1958) हिन्दी और उर्दू में अनूदित, इक सिनोही (1959) हिन्दी और उर्दू में अनूदित, बुलावा (1960) हिन्दी और उर्दू में अनूदित, बंद दरवाज़ा (1961) हिन्दी, कन्नड़, सिंधी, मराठी और उर्दू में अनूदित,रंग दा पत्ता (1963) हिन्दी और उर्दू में अनूदित, इक सी अनीता (1964) हिन्दी, अंग्रेज़ी और उर्दू में अनूदित, चक्क नम्बर छत्ती (1964) हिन्दी, अंग्रेजी, सिंधी और उर्दू में अनूदित, धरती सागर ते सीपियाँ (1965) हिन्दी और उर्दू में अनूदित, दिल्ली दियाँ गलियाँ (1968) हिन्दी में अनूदित,एकते एरियल (1969) हिन्दी और अंग्रेज़ी में अनूदित, जलावतन (1970) हिन्दी और अंग्रेज़ी में अनूदित, यात्री (1971) हिन्दी, कन्नड़, अंग्रेज़ी बांग्ला और सर्बोकरोट में अनूदित, जेबकतरे (1971), हिन्दी, उर्दू, अंग्रेज़ी, मलयालम और कन्नड़ में अनूदित, अग दा बूटा (1972) हिन्दी, कन्नड़ और अंग्रेज़ी में अनूदित; पक्की हवेली (1972) हिन्दी में अनूदित, अग दी लकीर (1974) हिन्दी में अनूदित, कच्ची सड़क (1975) हिन्दी में अनूदित, कोई नहीं जानदाँ (1975) हिन्दी और अंग्रेज़ी में अनूदित, उनहाँ दी कहानी (1976) हिन्दी और अंग्रेज़ी में अनूदित, इह सच है (1977) हिन्दी, बुल्गारियन और अंग्रेज़ी में अनूदित, दूसरी मंज़िल (1977) हिन्दी और अंग्रेज़ी में अनूदित, तेहरवाँ सूरज (1978) हिन्दी, उर्दू और अंग्रेज़ी में अनूदित, उनींजा दिन (1979) हिन्दी और अंग्रेज़ी में अनूदित, कोरे कागज़ (1982) हिन्दी में अनूदित, हरदत्त दा ज़िंदगीनामा (1982) हिन्दी और अंग्रेज़ी में अनूदित।

आत्मकथा:- रसीदी टिकट (1976)

कहानी संग्रह:- हीरे दी कनी, लातियाँ दी छोकरी, पंज वरा लंबी सड़क, इक शहर दी मौत, तीसरी औरत सभी हिन्दी में अनूदित।

कविता संग्रह:- लोक पीड़ (1944), मैं जमा तू (1977), लामियाँ वतन, कस्तूरी, सुनहुड़े (साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त कविता संग्रह) तथा कागज़ ते कैनवस (ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कविता संग्रह) सहित 18 कविता संग्रह।

गद्य कृतियाँ:- किरमिची लकीरें, काला गुलाब,अग दियाँ लकीराँ (1969), इकी पत्तियाँ दा गुलाब, सफ़रनामा (1973), औरतः इक दृष्टिकोण (१९७५), इक उदास किताब (1976), अपने-अपने चार वरे (1978), केड़ी ज़िंदगी केड़ा साहित्य (1979), कच्चे अखर (1979), इक हथ मेहन्दी इक हथ छल्ला (1980), मुहब्बतनामा (1980), मेरे काल मुकट समकाली (1980), शौक़ सुरेही (1981), कड़ी धुप्प दा सफ़र (1982), अज्ज दे काफ़िर (1982) [सभी हिन्दी में अनूदित]

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.