धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

विशेष सदाबहार कैलेंडर- 162

1.” वक्त ” कहता है मैं फिर न आऊंगा,
मुझे खुद नहीं पता तुझे हंसाऊंगा या रुलाऊंगा,
जीना है तो इस पल को जी ले,
“क्योंकि”मैं किसी भी हाल में इस पल को,
अगले पल तक रोक न पाऊंगा.

2.प्लम्बर कितना भी एक्सपर्ट क्यों न हो,
मगर वो आँखों से टपकना पानी बंद नहीं कर सकता,
उसके लिए तो दोस्त ही चाहिए.

3.जज़्बातों में बहकर खुद को किसी के अधीन मत कीजिए,
खुदा और खुद के अलावा किसी पर यकीन मत कीजिए

4.अगर आप दूसरों के लिये ईश्वर से प्रार्थना करते हैं,
तो आपको अपने लिये,
ईश्वर से प्रार्थना करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.

5.सच्चा है ज्ञान
भूत-भविष्य से अच्छा
है वर्तमान.
-गुरमैल भमरा

6.संस्कार मिलना तो बहुत सरल है,
पर उनको सहेजने की कला का,
सदुपयोग करना बहुत मुश्किल है.

7.सफलता के सात सूत्र-
मुझे अपने कमरे के अंदर ही मिल गए-
छत ने कहा: ऊंचे उद्देश्य रखो
पंखे ने कहा: ठंडे रहो
घड़ी ने कहा: हर पल कीमती है
शीशे ने कहा: कुछ करने से पहले अपने अंदर झांक लो
खिड़की ने कहा: दुनिया को देखो
कैलेंडर ने कहा: Up-to-date रहो
दरवाजे ने कहा: अपने लक्ष्य को पाने के लिए पूरा जोर लगाओ।

8.जो कोई भी सीखना छोड़ देता है, वो बूढ़ा है,
चाहे वो बीस साल का हो या अस्सी साल का,
जो कोई भी सीखता रहता है, वो जवान है,
दुनिया की सबसे महान चीज है,
अपने दिमाग को जवान बनाए रखना.

9.दोस्ती से कीमती कोई जागीर नहीं होती,
दोस्ती से खूबसूरत कोई तस्वीर नहीं होती,
दोस्ती यूं तो कच्चा धागा है,
मगर इस धागे से मजबूत कोई जंजीर नहीं होती,

10.बहिन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता,
वे चाहे दूर भी हों कोई ग़म नहीं होता,
अक्सर रिश्ते दूरियों से टूट जाते हैं,
पर भाई-बहिन का प्यार कभी कम नहीं होता.

11.जिंदगी मिली है जीने के लिए,
उसको हंस के जियो,
कि आपको देखकर भी कोई मुस्कुराता होगा.

12.किसी को कुछ देना हो,
तो आत्मविश्वास जगाने वाला प्रोत्साहन सर्वोत्तम उपहार के रूप में दें.

13.भरोसा ”खुदा” पर है,
तो जो तकदीर में लिखा है वही पाओगे,
भरोसा ”खुद” पर है,
तो खुदा वही लिखेगा जो आप चाहोगे.

14.बड़ा महत्त्व है

फ़िल्म में गाने का
झगड़े में थाने का
प्यार में पाने का
अंधों में काने का
परिंदों में दाने का—–बड़ा महत्त्व है

ज़िंदगी में मुहब्ब्त का
परिवार में इज्ज़त का
तरक्की में किस्मत का
दीवानों में हसरत का——बड़ा महत्त्व है

पंछियों में बसेरे का
दुनिया में सवेरे का
डगर में उजेरे का
शादी में फेरे का——बड़ा महत्त्व है

खेलों में क्रिकेट का
विमानों में जेट का
शरीर में पेट का
दूरसंचार में नेट का—–बड़ा महत्त्व है

मौजों में किनारों का
गुरबतों में सहारों का
दुनिया में नज़ारों का
प्यार में इशारों का——बड़ा महत्त्व है

खेत में फसल का
तालाब में कमल का
उधार में असल का
परीक्षा में नकल का—–बड़ा महत्व है

ससुराल में जमाई का
परदेस में कमाई का
जाड़े में रज़ाई का
दूध में मलाई का —–बड़ा महत्व है

बंदूक में गोली का
पूजा में रोली का
समाज में बोली का
त्योहारों में होली का
श्रृंगार में चोली का—–बड़ा महत्त्व है

बारात में दूल्हे का
हड्डियों में कूल्हे का
रसोई में चूल्हे का——-बड़ा महत्त्व है

सब्ज़ियों में आलू का
जंगल में भालू का
बोलने में तालू का——-बड़ा महत्त्व है

मौसम में सावन का
घर में आंगन का
दुआ में दामन का
लंका में रावण का——-बड़ा महत्त्व है

चमन में बहार का
डोली में कहार का
खाने में अचार का
मकान में दीवार का—–बड़ा महत्व है

सलाद में मूली का
फूलों में जूली का
सज़ा में सूली का
स्टेशन में कूली का——बड़ा महत्त्व है

पकवानों में पूरी का
रिश्तों में दूरी का
आंखों में भूरी का
रसोई में छुरी का —-बड़ा महत्व है

खेत में सांप का
सिलाई में नाप का
खानदान में बाप का
और
whatsapp पर आप का—-बड़ा महत्त्व है

15.मुझे देखे और जाने बगैर मुझे ऐसे न नकारो तुम,
बेटे की तरह काबिल हूँ मैं भी,
यूँ बिन जाने काबिलियत मेरी नाकाबिल ना पुकारो तुम,
आज बीज हूँ मैं ,
कल पौधा बनूंगी.
फिर एक दिन ऊंचा-सा वृक्ष बनके, सबके जीवन में छाया फैलाना चाहती हूँ,
यूं कोख में ही न मिटा दो मुझको, दुनिया में मैं आना चाहती हूं.

16.गलती पर साथ छोड़ने वाले बहुत मिल जायेंगे यहाँ
पर गलती समझा कर साथ निभाने वाले बहुत ही कम.

17.बहुत मुश्किल है उस रूठे हुए इंसान को मनाना,
जो नाराज भी न हो और अच्छे से बात भी न करे

18.छल में बेशक बहुत बल है,
लेकिन माफ़ी आज भी अंतिम हल है….

19.तुम रात को सोने से पहले सबको माफ कर दिया करो,
खुदा तुम्हें सुबह उठने से पहले माफ कर देगा..

20.जो पहले क्षमा मांगता है, वह सबसे बहादुर है
जो पहले क्षमा करता है, वह सबसे शक्तिशाली है
और जो पहले भूल जाता है, वह सबसे सुखी है.

21.जीवन में अच्छा दिल और अच्छा स्वभाव दोनों जरूरी हैं,
क्योंकि अच्छे दिल से रिश्ते बनेंगे
और अच्छे स्वभाव से रिश्ते जीवन भर बने रहेंगे.

22.दुनिया पर किया गया भरोसा तो टूट सकता है,
पर दुनिया बनाने वाले मालिक पर किया गया भरोसा कभी नहीं टूटता है.

23.सदैव मुस्कुराओ,
आपका खुशनुमा चेहरा भगवान को भी पसंद है,
क्योंकि आपको वरदान मिला है,
कि खुश रहो और खुशियां बांटो.

24.पीछे देखो और प्रभु को धन्यवाद दो,
आगे देखो और प्रभु पर विश्वास करो,
वह दरवाजे बंद करे तो कोई नहीं खोल सकता
और
वह दरवाजे खोले तो कोई नहीं बंद कर सकता.

25.वक्त बहुत कम है साथ बिताने में,
इसे न गंवाना रूठने-मनाने में,
रिश्ता तो हमने बांध ही लिया है,
बस थोड़ा-सा साथ निभाने में.

26.रोज़ सिर्फ़ इतना करो-
गम को ”Delete”
खुशी को ”Save”
रिश्तों को ”Recharge”
दोस्ती को ”Download”
दुश्मनी को ”Erase”
सच को ”Broadcast”
झूठ को ”Switch Off”
टेंशन को ”Not Reachable”
प्यार को ”Incoming”
नफ़रत को ”Outgoing”
हंसी को ”Inbox”
आंसुओं को ”Outbox”
गुस्से को ”Hold”
मुस्कान को ”Send”
हेल्प को ”OK”
दिल को ”Vibrate”
फिर देखो दिल का ”RINGTONE”
कितना प्यारा बजता है!

27.खामोशी से कड़ी मेहनत करते रहें,
सफलताओं को शोर मचाने दें.

28.जिंदगी में ऐसा कुछ करो,
काम दोनों का चलता रहे,
आंधियां भी चलती रहें
और दिया भी जलता रहे.

29.ये राहें ले ही जाएंगी मंज़िल तक, हौसला रख,
कभी सुना है कि, अंधेरे ने सवेरा होने ही न दिया

30.छोटी-सी ज़िंदगी है, हंस के जियो,
भुला के सारे ग़म, दिल के सहारे जियो,
उदासी में क्या रखा है, मुस्कुरा के जियो,
अपने लिए न सही, अपनों के लिए जियो.

31.बहुत कुछ बदलता है रोज,
मगर मेरे हौसले नहीं बदलते,
मंजिल पाने के लिए बदलता हूं तरीके जरूर,
बढ़ते जाने के इरादे नहीं बदलते.

प्रस्तुत है पाठकों के और हमारे प्रयास से सुसज्जित विशेष सदाबहार कैलेंडर. कृपया अगले विशेष सदाबहार कैलेंडर के लिए आप अपने अनमोल वचन भेजें. जिन भाइयों-बहिनों ने इस सदाबहार कैलेंडर के लिए अपने सदाबहार सुविचार भेजे हैं, उनका हार्दिक धन्यवाद.

हर सुबह एक नया सदाबहार अनमोल वचन निकालने के लिए आप हमारी इस ऐप कम वेबसाइट की सहायता ले सकते हैं-

https://www.sadabaharcalendar.com/

विशेष सदाबहार कैलेंडर पर आधारित इस ब्लॉग को भी पढ़ें-
विशेषता (लघुकथा)
https://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/rasleela/visheshata-laghukatha/

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “विशेष सदाबहार कैलेंडर- 162

  • लीला तिवानी

    आज का अनमोल अचन———–
    व्यवहार अच्छा तो मन ही मंदिर,
    आहार अच्छा तो तन ही मंदिर,
    विचार अच्छे तो मस्तिष्क ही मंदिर
    और अगर तीनों अच्छे तो जीवन ही मंदिर.

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