गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका

गम भुलाकर सदा मुस्कुराते चलो
लक्ष्य है सामने पग बढ़ाते चलो
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तम निराशा का घेरे अगर राह में
दीप तुम हौसलों के जलाते चलो
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हाथ में है कलम तो लिखो कुछ नया
आईना इस जहां को दिखाते चलो
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नेकियाँ ही बचेंगी जमाने में बस
हो सके तो दुआएं कमाते चलो
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सरहदों में न खुद को रखो बाँधकर
अपनी राहें नई तुम बनाते चलो
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ख्वाहिशों का समंदर है गहरा बहुत
कश्तियों को किनारे लगाते चलो
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प्रकृति से लिया है बहुत कुछ रमा
फ़र्ज़ है पेड़ कुछ तो लगाते चलो
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रमा प्रवीर वर्मा
नागपुर, महाराष्ट्र

रमा वर्मा

श्रीमती रमा वर्मा श्री प्रवीर वर्मा प्लाट नं. 13, आशीर्वाद नगर हुड्केश्वर रोड , रेखानील काम्प्लेक्स के पास नागपुर - 24 (महाराष्ट्र) दूरभाष – ७६२०७५२६०३