कविता

दिलखुश जुगलबंदी- 32

भ्रम न पालें

हौसला मत हार गिरकर ऐ मुसाफिर,
ग़र दर्द यहां मिला है, तो दवा भी यहीं मिलेगी.

आंसुओं से लबरेज मुस्कान के अलावा
और कुछ भी खूबसूरत नहीं है।
खुशी और नैतिक कर्तव्य अविभाज्य रूप से जुड़े हुए हैं।

यों ही नहीं होतीं हाथों से पहले उंगलियां,
रब ने भी किस्मत से पहले मेहनत लिखी है.

जीवन में कायम,अपना वजूद रखिए…,
माहौल.. पक्ष में रहे या विपरीत,
खुद को मजबूत रखिए…।

दोस्ती का रिश्ता ऐसा होता है जो अनजानों को भी मिला देता है,
ज़िंदगी के हर कदम पर एक नया मोड़ देता है,
सच्चे दोस्त साथ देते हैं तब जब अपना साया भी साथ छोड़ देता है.

सब के दिलों का एहसास अलग होता है …
इस दुनिया में सब का व्यवहार अलग होता है …
आँखें तो सब की एक जैसी ही होती है …
पर सब के देखने का अंदाज़ अलग होता है …

परमात्मा के पास आपको देने के लिए,
हमेशा कुछ-न-कुछ होता है,
हर समस्या का हल,
हर परछाई के लिए प्रकाश,
हर दुख से निज़ात के लिए कोई निदान और
हर आने वाले कल के लिए कोई-न-कोई योजना.

रेस चाहे गाड़ियों की हो…या ज़िंदगी की…
जीतते वही लोग हैं…जो सही वक़्त पे गियर बदलते हैं…

जीवन में कई बार हम गिरते हैं, हारते हैं,
हमारे लिए हुए निर्णय हमें मिट्टी में मिला देते हैं.
हमें ऐसा लगने लगता है,
कि हमारी कोई कीमत नहीं है.
लेकिन आपके साथ चाहे जो हुआ हो ज़रूरी नहीं कि,
भविष्य में भी वही हो जाए,
हारने से आपका मूल्य कम नहीं होता.
आप विशेष हैं,
इस बात को कभी मत भूलिए.

सम्बन्धों की गहराई का हुनर पेड़ों से सीखिये जनाब
जड़ों में जख्म लगते ही शाखें सूख जाती हैं.

संसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है,
हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं,
इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि… मैं न होता तो क्या होता

(यह दिलखुश जुगलबंदी सुदर्शन खन्ना के ब्लॉग ‘दहशत की भंवर’ में लीला तिवानी और सुदर्शन खन्ना की काव्यमय चैट पर आधारित है)

सुदर्शन खन्ना का ब्लॉग
https://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/sudershan-navyug/

लीला तिवानी का ब्लॉग
https://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/rasleela/

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “दिलखुश जुगलबंदी- 32

  • लीला तिवानी

    भ्रम न पालें——————-कोरोना किसी का सगा नहीं है, उसके डंक से किसी को भी खतरा हो सकता है. अभी हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया है कि उनके बेटे बैरन ट्रंप को भी कोरोना हो गया था। 1 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. सावधान रहें, सुरक्षित रहें

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