इतिहास

ठुमरी ‘माँ’

ठुमरी गायिका गिरिजा देवी की पुण्यतिथि (25 अक्टूबर) पर सादर नमन और श्रद्धांजलि ! पद्मश्री मालिनी अवस्थी के शब्दों में, ”सोचती हूँ कि देवी सरस्वती ने स्वयं काया धारण कर सृष्टि में अवतरित होने की ठानी होगी, तभी सरस्वती बाबा विश्वनाथ की गिरिजा बन काशी में अवतरित हुई होंगी! विन्ध्याचल मंदिर में पहली बार दर्शन हुए थे।

विंध्यवासिनी मां के रूप तेज जैसा ही रूप और तेज था हमारी अप्पा के व्यक्तित्व में! देवी की नाक में झूलती बड़ी नथ और अप्पा की की हीरे की लौंग में एक सा सम्मोहन था!” महान गायिका को सादर नमन और श्रद्धांजलि !

आप ‘माँ’ को सँजोकर नहीं रख सकते ! माँ का पूरा जीवन घर की एक-एक पुरानी चीज में फैला पड़ा है ! आप कितनी चीजों को ‘सहेज’ पाओगे! हाँ, आप पिता के विकल्प खड़े कर सकते हो, किन्तु माँ तो इकलौती ही आयी है!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.