राजनीति

1979 राजनीति के पुरोधा

1979 में जब अंदरूनी कारणों से श्री मोरारजी भाई देसाई की जनता पार्टी की सरकार नहीं रही और माननीय देसाई जी प्रधानमंत्री पद से त्यागपत्र दिए, तब उनके कैबिनेट में उप प्रधानमंत्री का दर्ज़ा प्राप्त वरेण्य सहयोगी और प्रख्यात किसान नेता चौधरी चरण सिंह जोड़ – तोड़ और कांग्रेस के समर्थन से व्यक्ति के रूप में भारत के 6ठे प्रधानमंत्री बने, जिन्हें निर्विरोध निर्वाचित महामहिम राष्ट्रपति श्री नीलम संजीव रेड्डी ने शपथ दिलाये।

जनता पार्टी के अनन्य मित्र रहे लोकदल के नेता चौधरी साहब कालांतर में कांग्रेस के कोपभाजन के शिकार हुए और थोड़े माह रहकर चौधरी साहब की सरकार 1980 में गिर गई । चौ. चरण सिंह पहले और एकमात्र प्रधानमंत्री रहे, जो कभी भी लोकसभा के या किसी भी सदन के सत्र का सामना नहीं किया !

23 दिसम्बर 1902 में जन्म लिए ‘चरण सिंह’ भारतीय लोकतंत्र के चौधरी साहब रहे, उनके पुत्र चौ. अजीत सिंह केंद्रीय मंत्री तो बने, किन्तु बस जोड़ – तोड़ से । अजीत साहब ‘किसान नेता’ के रूप में छाप नहीं छोड़ पाये !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.