गीतिका/ग़ज़ल

गजल

जान बाकी है जहान बाकी है।

अभाव में जीनों को किसान बाकी है।

लग गई सारी उम्र चुकाने में उसको

सिर पर अभी तक लगान बाकी है

अभी इक दौर में ही आधा घर बिखर गया

अभी और भी ये तूफान बाकी है

अभी पूरे करने जो खाब सोचे हैं

कुछ पाने को थोड़ी अरमान बाकी है

अभिषेक जैन

माता का नाम. श्रीमति समता जैन पिता का नाम.राजेश जैन शिक्षा. बीए फाइनल व्यवसाय. दुकानदार पथारिया, दमोह, मध्यप्रदेश