सामाजिक

सामाजिक सरोकारों का ध्यान रखें   

  टीवी पर कई शो ऐसे होते जिनमे फूहड़ ,अश्लील दृश्य व् डबल मीनिंग के अश्लील शब्दों का प्रयोग किया जाता है |कपडे भी बेतरतीब पहने हुए देख कर ऐसा लगता है की आधुनिकता के दौर में फैशन को शर्म आरही हो |टेलीविजन पर कुछ कार्यक्रम ऐसे होते है जिनमे व्दिअर्थी संवादों ,अर्धनग्न कपडे पहने अश्लील अदाओं के जरिये मनोरंजन परोसे जाने से परिवार मे एक साथ बैठ कर टी.वी.देखने की ललक शर्म के कारण दूर होती जा रहे है |समझदार बच्चे  उठकर चले जाते है या फिर रिमोट से चैनल बदल देते है|आखिर ऐसा हम कब तक करते रहेगे |प्रायोजकों को अश्लील कार्यक्रमों को परोसने मे सामाजिक सरोकारों का भी ध्यान रखना होगा ,ताकि ये कार्यक्रम फूहड़ता से भरे ना हो कर सपरिवार मे बैठ कर मन को सुकून दे सके |

— संजय वर्मा ‘दॄष्टि ‘

*संजय वर्मा 'दृष्टि'

पूरा नाम:- संजय वर्मा "दॄष्टि " 2-पिता का नाम:- श्री शांतीलालजी वर्मा 3-वर्तमान/स्थायी पता "-125 शहीद भगत सिंग मार्ग मनावर जिला -धार ( म प्र ) 454446 4-फोन नं/वाटस एप नं/ई मेल:- 07294 233656 /9893070756 /antriksh.sanjay@gmail.com 5-शिक्षा/जन्म तिथि- आय टी आय / 2-5-1962 (उज्जैन ) 6-व्यवसाय:- ड़ी एम (जल संसाधन विभाग ) 7-प्रकाशन विवरण .प्रकाशन - देश -विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ व् समाचार पत्रों में निरंतर रचनाओं और पत्र का प्रकाशन ,प्रकाशित काव्य कृति "दरवाजे पर दस्तक " खट्टे मीठे रिश्ते उपन्यास कनाडा -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 65 रचनाकारों में लेखनीयता में सहभागिता भारत की और से सम्मान-2015 /अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित -संस्थाओं से सम्बद्धता ):-शब्दप्रवाह उज्जैन ,यशधारा - धार, लघूकथा संस्था जबलपुर में उप संपादक -काव्य मंच/आकाशवाणी/ पर काव्य पाठ :-शगुन काव्य मंच