मित्रो में कोई याद करते हैं,
तो कोई बिल्कुल ही नहीं !
मैं याद करने के साथ-साथ
उसे सँजो कर भी रखता हूँ ।
‘बाढ़’ के ही हैं नीतीश कुमार,
तब काहे न हो बिहार में बाढ़ ?
मोटापा न तो रोग है,
ना ही आनुवंशिक
अथवा प्राकृतिक विपदा !
यह खुद के
असंयमित जीवनचर्या से
होता है या होती है !
जब मनुष्य के पूर्वज बन्दर थे,
तो उसके वंशज सुन्दर कैसे हो गए ?
दाल में काला है
या सम्पूर्ण दाल ही उजाला है !
क्या सचमुच में
मनुष्य के पूर्वज बन्दर थे ?
उत्तर जानता, तो पूछता ही क्यों ?
हर इंसां को यहाँ,
सुकून भरी एक रात भी,
मयस्सर नहीं होती,
अपनी व्यस्त ज़िंदगी में !

परिचय - डॉ. सदानंद पॉल
तीन विषयों में एम.ए., नेट उत्तीर्ण, जे.आर.एफ. (MoC), मानद डॉक्टरेट. 'वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' लिए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर सहित सर्वाधिक 300+ रिकॉर्ड्स हेतु नाम दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 10,000+ रचनाएँ और पत्र प्रकाशित. भारत के सबसे युवा संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में क्वालीफाई. पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.