कविता

हम भारतवासी हैं

गर्व है …  हम भारतवासी हैं
जहाँ गंगा ,शिव और काशी है,
हैं मेल – मिलाप के अच्छे ढंग,
हम आपस में जो विश्वासी हैं .!
उत्तर में हिम – हिमालय है
जो देवस्थान, भव्यालय है
दक्षिण में है सागर लहराता
बारह कोटिक शिवालय है।
जहाँ  देवी – देवता  को पूजें
भूलें  ना , भक्ति – भाव  तजें
जहाँ राम- रहीम हो संग संग
ईश्वर अल्लाह एक साथ भजें ।
जहाँ मात- पिता ही ईश्वर हैं
सबसे बढ़कर अखिलेश्वर हैं
चरणों में जिनकी स्वर्ग बसा
हम उस संस्कृति के सहचर हैं।
हमसे  सीने  में  धैर्य  रखा
कब गैरों-सा मन बैर रखा
दुश्मन लेकिन जब ललकारे
तब भी हमने कुछ खैर रखा।
अपनी माटी है पतितपावनी
जैसी गंगा,  निर्मल पानी
साधूसंतों औ, वेद पुराण
गूँजे अब भी अमृतवाणी ।।
इतना ही मत समझें, है कथा
सदियाँ गवाह  स्वर्णिम- कथा
जो रामायण – महाभारत  की
अमिट ,अक्षुण गूढ़तम  गाथा ।
मत मलिन करो इसकी छवि
किसने पाटा है …चाँद , रवि ..
रहने दो अपनी ही गरिमा को
करजोड़ कहे कविमन यही।।
— सीमा शर्मा सरोज 

सीमा शर्मा सरोज

आयु - 43 वर्षीय जन्मतिथि - 19 जनवरी 1972 पता - द्वारा श्री कन्हैया लाल जमशेदपुर झारखंड . शिक्षा - स्नात्तक " हिन्दी " आॅनर्स स्नात्तकोत्तर हिंदी (अपूर्ण् ) (इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से) रूचि - आर्ट (पेंटिंग ), कढा़ई ,और पढना -लिखना । लेखन की विधा - निबंध ,कविता ,ग़जल ,मुक्तक आदि। लेखन की शुरूआत - वर्ष् 1991 ई०. निबंध प्रतियोगिता में 1000/₹ का पुरस्कार चेक डा0.जा़किर हुसैन एजुकेशन फाउंडेशन कमिटी से प्राप्त । स्थानीय आकाशवाणी जमशेदपुर (All india radio ,jsr,) से प्रसारित कार्यक्रम "युववाणी " में स्वरचित काव्यपाठ एवं गोष्ठियों में काव्य रचना वाचन । प्रकाशित पुस्तक - "काव्यलोक "द्वारा साझा संगग्रह ( काव्यलोक ९१ ) जिसमें नगर के तमाम साहित्यिकारों की कृतियों संग मेरी भी तीन काव्य रचनाएँ शामिल । पत्रिकाएँ जिनमें मेरी रचनाएँ प्रकाशित हुई ----- * क्रांतिमन्यू * मेरठ से * धालभूम एक्सप्रेस* घाटशिला से * सरस्वती सुमन" * देहरादून से * निर्भिक संदेश *जमशेदपुर से * मंगलदीप * मांटूंगा मुंबई से * जनसत्ता मुंबई में परिचय । फेसबुक पर उडा़न , अल्फाज़ एवं काव्योदय के पटल पर रचनाएँ प्रकाशित