कविता

युवा मांगे जवाब अब

भर्ती निकली तो इंतिहान नहीं
परीक्षा हो तो परिणाम नहीं
परीक्षा हो तो जॉइनिंग नहीं
आखिर क्यों युवाओं का सम्मान नहीं?
युवा मांगे जवाब अब……

बस करो मजाक अब
युवा मांगे हिसाब अब
बात करो, संवाद करो
दो हमारे प्रश्नों का जवाब अब
युवा मांगे जवाब अब…….

क्यों हर भर्ती पर पंचवर्षीय योजना है?
किस नए भारत की ये परियोजना है?
कैसी है यह परीक्षा प्रणाली ?
आपने युवाओं की छीन ली जवानी है।
युवा मांगे जवाब अब…….

जागो सरकार जागो बस यही कहना है
अब हमारी समस्याओं का समाधान होना है
एक वर्ष के भीतर पूरी प्रक्रिया हो
परीक्षा नहीं अब नौकरियांँ हो
युवा मांगे जवाब अब…..

युवाओं से भी कुछ कहना है
और नहीं कुछ सहना है
बुलंद अपनी आवाज करो
आज ऐसी कोई हुकार भरो
आ जाए चाहे सैलाब अब
रुकना नहीं, झुकना नहीं
अपने हकों का करना है हिसाब अब।।

डॉ. सारिका ठाकुर "जागृति"

ग्वालियर (म.प्र)