कविता

अज्ञेय जी के प्रति

अज्ञेय जी के
जन्मदिवस पर
सादर नमन…..
प्रयोगधर्मी कवि
और कथाकार
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन
‘अज्ञेय’ के जन्मदिवस पर
नमन….
वे कवि
और लेखक के
साथ-साथ
स्वतंत्रता सेनानी भी थे
तथा एतदर्थ जेल भी गए।
वे भारत भ्रमण सहित
कई देशों की
यात्रा भी किये।
‘शेखर : एक जीवनी’
उनकी प्रसिद्धि प्राप्त
उपन्यास है।
‘आँगन के पार द्वार’,
‘कितनी नावों में कितनी बार’ आदि
काव्य-कृतियाँ हैं।
उन्हें ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’
और ‘भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार’ भी
प्राप्त हुए।
उनका कहना है-
पथभ्रष्ट हो जाओ,
कोई बात नहीं;
किंतु
लक्ष्यभ्रष्ट मत होओ !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.