कविता

भारत का तिरंगा झुकना नहीं चाहिए

नक्सलियों ने फिर एक बार
सरकार को ललकारा है
अपने देश की सुरक्षा में लगे
22 जवानों को धोखे से मारा है
बीजापुर के गांव में
नक्सलियों का डेरा था
हिडमा की देख रेख में जवानों को
यू शेप में चारों ओर से घेरा था
गोलियां चलाई थी नक्सलियों ने
रॉकेट लांचर थे दागे
जवानों को मार कर उनके
हथियार साथ ले भागे
जवानों के खून से हो गई धरती लाल
नक्सलबादी फिर चलेंगे कोई गहरी चाल
दुश्मन शातिर है बहुत करता है छुप कर वार
नहीं कर सकते अब हम और इंतज़ार
जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी
यह सुनते सुनते कान पक गए हैं
बदले का दिन कब आएगा
यह इँतज़ार करते करते हम थक गए हैं
हौसला दिखाओ हिम्मत से काम करो
आगे बढ़ने से तुम मत डरो
हमला कर रहे यह नक्सली बार बार
अपने ही बेकसूर लोगों को क्यों रहे मार
सरकार मज़बूत है फिर देरी न करो
सब साथ हैं कोई ठोस कदम उठाओ
भून डालो जड़ से मिटा दो नक्सली आतंक को
ताकतवर हम हैं यह उन्हें जतलाओ
भारत माता की सौगंध
अब ये कारवां रुकना नहीं चाहिए
भारत का तिरंगा झंडा
कभी झुकना नहीं चाहिए
— रवीन्द्र कुमार शर्मा

*रवींद्र कुमार शर्मा

घुमारवीं जिला बिलासपुर हि प्र