तसल्ली भरे शब्दों के
चेहरों पर
मातम सा छाया देख
दुआओं की
पगडंडियों पर
साथ चल रही उम्मीद
कहती है …
गुज़र जाएगा ये वक़्त
ईश्वर पर आस्था रखना
इस प्रार्थना के साथ
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया,
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुख भागभवेत।
…
सीमा सिंघल 'सदा'
जन्म स्थान :* रीवा (मध्यप्रदेश)
*शिक्षा :* एम.ए. (राजनीति शास्त्र)
*लेखन : *आकाशवाणी रीवा से प्रसारण तो कभी पत्र-पत्रिकाओ में प्रकाशित होते हुए मेरी कवितायेँ आप तक पहुँचती रहीं..सन 2009 से ब्लॉग जगत में ‘सदा’ के नाम से सक्रिय ।
*काव्य संग्रह : अर्पिता साझा काव्य संकलन, अनुगूंज, शब्दों के अरण्य में, हमारा शहर, बालार्क .
*मेरी कलम : सन्नाटा बोलता है जब शब्द जन्म लेते हैं
कुछ शब्द उतरते हैं उंगलियों का सहारा लेकर
कागज़ की कश्ती में नन्हें कदमों से 'सदा' के लिए ...
ब्लॉग : http://sadalikhna.blogspot.in/
ई-मेल : [email protected]
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