राजनीति

एक भी टीका खराब ना हो

समस्त टीकाकरण केंद्रों पर प्रभारियों को टीकाकरण हेतु 1 बैकअप लिस्ट बनाकर रखना चाहिए जिसमें टीका लगवाने वाले ऐसे फ्रंटलाइन वर्कर, समाजसेवी, पत्रकार, युवाओं के नाम व मोबाइल नम्बर हो। जैसा कि हम जानते है, वैक्सीन का 1 डोज़ निकलने पर 10 लोगों को वैक्सीन लग सकती है। यदि दिवस के अंत में टीकाकरण हेतु पूरे 10 लोग नही बचते, तो ऐसे में बची हुई वैक्सीन खराब हो सकती है, क्योंकि उसे दूसरे दिन उपयोग नही किया जा सकता। इस संबन्ध में प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर एक बैकअप लिस्ट बनाकर रखना चाहिए, और टीकाकरण अधिकारी वैक्सीन शेष रहने पर 30 मिनट पहले उक्त लिस्ट प्रभारी को वैक्सीन बचने की सूचना दे, ताकि 30 मिनट में शेष बचे लोगों को बैकअप लिस्ट के माध्यम से बुलाकर टीका लगाया जा सके। इससे वैक्सीन का एक भी टीका खराब नही होगा। जैसा कि कई केंद्रों से टिका खराब होने की खबर आ रही है। पूरे देश मे कुल मिलाकर 45 लाख वैक्सीन डोज़ खराब हो चुके है, जिसमें आंध्रप्रदेश, असम, बिहार, छतीसगढ़ सबसे आगे है। मध्यप्रदेश में भी 81000 से अधिक वैक्सीन डोज़ खराब हुए, जो चिंता का कारण है। यदि जनता व अधिकारी दोनों वेक्सिनेशन के लिए जागरूक बने तो वैक्सीन का बर्बाद होना रोका जा सकता है।

— मंगलेश सोनी

*मंगलेश सोनी

युवा लेखक व स्वतंत्र टिप्पणीकार मनावर जिला धार, मध्यप्रदेश