कविता

हास्य कविता

राजनेताओं की मौज चल पड़ी है,
बात छोटी हो या फिर बहुत बड़ी है।
ट्विटर ने सब आसान कर दिया है,
ट्विटस की यूं बेधड़क लगी झड़ी है।
बेसिर पैर जो मन आए लिख दो जी,
फिर रिट्वीट पे आती शामत कड़ी है।
जनता को उलझाएं नेता टविटर पे,
जैसे चिन्ता इन्हें जनता की बड़ी है।
एसी रूम में बैठ कर शान से फिर ये,
आलोचनाएं करें सरकार की तगड़ी है।
ट्विटर को भी आराम करने दो कभी,
ट्विटस को लिखने की होड़ छिड़ी है।
जब पता चलता है वीडियो झूठा था,
झट से गायब हो जैसे जादू की छड़ी है।

— कामनी गुप्ता

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |