लो अब मई चला
अगले साल आऊँगा ।
सोम-सोम नहीं,
मंगल लिए ।
दिल है कि मानता नहीं !
शुभम दिवसम मीता ।
अभी कुछ आराम है,
एक डॉक्टर मित्र के
संपर्क में हूँ ।
स्कूटी जाएगी,
तो वहाँ जाऊँगा !
मुझे आप सबों की
चिंता है ।
ठीक से रहेंगे !
क्या मस्त जोक है ?
मैं तो डर ही गया था-
रियली, यू आर द बेस्ट !
अब कैसा है दर्द ?
यहाँ कब आ रहे हैं ?