कविता

एहसास

सीनियर सिटिज़न होम हैवनली पैलेस में कार्यरत 23 वर्षीय डाक्टर समृद्धि सिंगला एक उभरती हुई पंजाबी कवियत्री हैं। शीघ्र ही जय विजय में रजिस्टर होकर अपनी रचनाएं प्रकाशित किया करेंगी। प्रस्तुत है उनकी कविताओं की एक झलक

चा विच मीठे नालूं ज्यादा

लोढ़ चंगे साथ दी हुंदी ए,

रिश्ते च प्यार नालूं ज्यादा लोढ़

एहसास दी हुंदी ए।

(हिंदी अनुवाद )

चाय में मीठे से ज्यादा जरूरत,

अच्छे साथ की  होती है।

रिश्ते में प्यार से ज्यादा जरूरत,

एहसास की होती है।

 

मेहरम नाल होवे तां,

एहसास बोल वी पेंदे ने

अक्खां नाल बयाँ करके

दिल नूं मोह ही लेंदे ने  

 

(हिंदी अनुवाद )

मेहबूब से हो तो,

एहसास बोल ही पड़ते हैं,

आँखों से बयाँ करके

दिल को मोह ही लेते हैं।

 

डाक्टर समृद्धि सिंगला

रविन्दर सूदन

शिक्षा : जबलपुर विश्वविद्यालय से एम् एस-सी । रक्षा मंत्रालय संस्थान जबलपुर में २८ वर्षों तक विभिन्न पदों पर कार्य किया । वर्तमान में रिटायर्ड जीवन जी रहा हूँ ।

2 thoughts on “एहसास

  • डाॅ विजय कुमार सिंघल

    इनको जय विजय से अति शीघ्र जोड़िए। स्वागत है डाॅ समृद्धि सिंगला जी !

  • रविन्दर सूदन

    डाक्टर समृद्धि सिंगला जी, आप की रचना पता नहीं पहली है या आपने इससे पहले भी कोई रचना लिखी है , परन्तु यह प्रयास निश्चय ही सराहनीय है। बहुत बहुत बधाई। आपको भविष्य में भी ऐसी रचनाएं लिखने के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं।

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