कुण्डली/छंद

शुभमाल छंद

शिल्प विधान – जगण जगण , 121 121
चरण तुकांत, 6 वर्ण प्रति चरण

1.
बढ़े हम वीर ।
बने सब धीर ।।
रखे सुविचार ।
करें उपकार ।।

2.
सदा रह साथ ।
लिए हम हाथ ।।
न ही कर घात ।
यही सच बात ।।

3.
लिए मन जात ।
पिया भर लाज ।।
हिया कर बात ।
सनेह लजात ।।

4.
चले सब साथ ।
बढ़े अब हाथ ।।
रखे सुविचार ।
न ही कुविचार ।।

— डॉ अनीता पंडा

डॉ. अनीता पंडा

सीनियर फैलो, आई.सी.एस.एस.आर., दिल्ली, अतिथि प्रवक्ता, मार्टिन लूथर क्रिश्चियन विश्वविद्यालय,शिलांग वरिष्ठ लेखिका एवं कवियत्री। कार्यक्रम का संचालन दूरदर्शन मेघालय एवं आकाशवाणी पूर्वोत्तर सेवा शिलांग C/O M.K.TECH, SAMSUNG CAFÉ, BAWRI MANSSION DHANKHETI, SHILLONG – 793001  MEGHALAYA aneeta.panda@gmail.com