भजन/भावगीत

हे लम्बोदर !

हे लम्बोदर !
सर्वप्रथम तुमको नमन
रिद्धि-सिद्धि प्रदाता
खाली झोली भरता ।
शिव पार्वती नंदन
तुम्हारी चरणरज चंदन ।।
जय-जय हे गजानन !
तेरी जगगाता महिमा मंडन
प्रभु तुम्हारा वंदन-वंदन ।
उमासुत उर बीच तस्वीर
नाम लेत मिटते सर्व क्लेश
धर्म के रक्षक पुत्र महेश ‌।
गिरिजा के प्रिय लाल
शिव के अभिमान
बना दो हमारी भी पहचान ।
— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111