स्वास्थ्य

दातुन के गुण

दातुन के गुण

बाजार में दांतों के लिए तरह तरह के टूथ पेस्ट बिक रहे हैं .तमाम कंपनिया प्रचार में अपने अपने टूथ पेस्ट को दूसरे से बेहतर बता रही हैं. कोई बताती है मेरे पेस्ट में नमक है दूसरी बताती है मेरे पेस्ट में चारकोल है.किसी के पेस्ट में हल्दी किसी के पेस्ट में लौंग इलायची का तड़का है.
असलियत में पेस्ट में कैल्शियम कार्बोनेट,डिहाइड्रेटेड सिलिका,फ्लोराइड,ग्लिसेरॉल, प्रोपैलिन कुछ स्‍वीटनर्स स्वाद के लिए,सोडियम लॉरेल सल्‍फेट झाग के लिए,कुछ ब्‍लीचिंग एजेंट्स,नैचुलर गम्‍स और सिंथेटिक सेल्‍यूलोस आदि होते हैं.
इन सब के होने के बाद भी आज अधिकतर लोगों के दांतों में कीड़े लग जाते हैं, कैविटी हो जाती हैं और दांत की अन्य बीमारियां हो जाती है.
जितने दांतों के क्लिनिक आज देखे जा रहे हैं इससे पहले नहीं देखे गए थे.इलाज भी कम महंगा नहीं हैं. रूट कैनाल, केपिंग, ब्रिजिंग,क्राउन के नाम पर काफी जेब ढीली करनी पड़ जाती है.
हम भूल गए की दांतों के लिए नीम की दातुन,बबूल की दातुन,अमरूद की दातुन हमारे बुजुर्ग किया करते थे और मरते दम तक उनके दांत निरोग रहते थे.
नीम की दातुन यह आपको बैक्टीरिया से बचाती है . कीटाणुओं से लड़ने में कारगर होती है जिससे दांत में कीड़े नहीं लगते. कैविटी की समस्या नहीं आती. मसूड़ों को मजबूत बनाती है. प्लाक बनने से रोकती है.मुंह की बदबू दूर कर दांतो को सफेद बनाती है.
अब तो अमेजॉन पर भी नीम की दातुन बिक रही है.
लेकिन आधुनिकता में हम सब भूल रहे हैं.फ्री में मिलने वाली चीज की हम कद्र नहीं करते.

 

*ब्रजेश गुप्ता

मैं भारतीय स्टेट बैंक ,आगरा के प्रशासनिक कार्यालय से प्रबंधक के रूप में 2015 में रिटायर्ड हुआ हूं वर्तमान में पुष्पांजलि गार्डेनिया, सिकंदरा में रिटायर्ड जीवन व्यतीत कर रहा है कुछ माह से मैं अपने विचारों का संकलन कर रहा हूं M- 9917474020