कविता

विश्व शांति ….होली

रंग जिंदगी का हिस्सा है।
 रंग -बिरंगी दुनिया में रंगों का अपना किस्सा है।
 क्यों ….हम विश्व शांति हेतु प्रयास नहीं कर पाए हैं ।
लाल रंग की प्यास में अपनी धरती को,
मनुष्यता के खून से लाल कर आए हैं ।
आओ सारे अपनी मेहनत से धरा को हरा-भरा बनाए।
 कोई पेट भूखा ना हो ।
विश्व से भुखमरी -लड़ाई -झगड़ा हटाएं।
 रंग -बिरंगे रंगों से विश्व के जन-जन को सजाएं।
 शांति रूप सफेद रंग का परचम हम लहराएं।
 युद्ध खत्म हो यूक्रेन- रूस का,
इस होली पर विश्व शांति  होली दिवस मनाएं ।
—  प्रीति शर्मा “असीम”

प्रीति शर्मा असीम

नालागढ़ ,हिमाचल प्रदेश Email- aditichinu80@gmail.com