बाल कविता

सपने देखो खुशियों वाले

सपने देखो खुशियों वाले ,
जिनमे ना हो दुख के ताले।

अन्धकार को दूर भगा के ,
लाओ मस्ती भरे उजाले।

मेले में जा कर खोजो जी ,
ठेले चाट समोसे वाले।

मेले में जा कर देखो जी ,
जादू वाले खेल निराले।

सपने में हों गुड्डे गुड़िया ,
जिनके मुखड़े भोले भाले।

नित देखो तुम नए नवेले ,
सपने जो हों खुशियों वाले।

— महेंद्र कुमार वर्मा

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328