पर्यावरण

विश्व पृथ्वी दिवस (22 अप्रैल)

जिस धरती को हम माता कहते हैं। जन्म देने वाली मां से ज्यादा उपकार धरती माता का है। जो हमारा पालन करती है। अन्न ,जल,फल से हमारे जीवन का उद्धार करती है। वह धरती माता ही आज प्रदूषित होती जा रही है। यह हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है। आज पूरी दुनिया  की समूल मानव जाति ही नहीं बल्कि जीव जंतु एवं पेड़ पौधे भी संकटाग्रस्त हैं।आज विश्व के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह गंभीरतापूर्वक पर्यावरण की रक्षा करें।जल, जमीन, जंगल, वायु , पेड़-पौधे,पशु-पक्षियों की रक्षा एवं संरक्षण करें नहीं तो प्रकृति का प्रकोप बढ़ता जाएगा और कोविड जैसी विश्व महामारी जो महाविनाश करने वाली बीमारियों से, भूकंप से, अतिवृष्टि से,अनावृष्टि से, बाढ़ से, जीव जंतुओं का विनाश एवं नरसंहार होता जाएगा।
   जब 1960-70 के दशक में जब दुनिया में अंधाधुंध कटाई की जा रही थी।तब पृथ्वी के संरक्षण हेतु सितंबर 1969 में सिएटल वाशिंगटन में एक सम्मेलन हुआ। इस सम्मेलन में विस्कोंसिन के अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने यह घोषणा की कि राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा 20000 लोगों ने प्रदर्शन भी किया और इस प्रकार पृथ्वी दिवस की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने 1970 में की थी।
बताया जाता है कि पृथ्वी दिवस की धारणा को सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने ‘सेंटा बारबरा’ से घूम कर आने के बाद किया ।यह शुरुआत 1969 में भयंकर तेल रिसाव के ठीक बाद हुई थी। वह इस घटना से इतने क्रोधित हुए कि वाशिंगटन वापस लौट कर 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाने हेतु एक राष्ट्रीय दिवस के रूप में एक प्रसिद्ध बिल पारित किया।
इस आंदोलन को मनाने के लिए 22 अप्रैल का दिन तय किया गया जिसका संबंध केनिग के जन्मदिन का होना भी है।विज्ञान मुद्रण लेखक जुलियन केनिंग 1969 में नेल्सन की संगठन समिति में सीनेटर थे और उन्होंने इस घटना को “पृथ्वी दिवस” का नाम दिया था।पृथ्वी दिवस या अर्थ डे शब्द को सर्वप्रथम जूलियन केनिक ही दुनिया के सामने लाए थे।उनका जन्म 22 अप्रैल को हुआ था। वे पर्यावरण संरक्षण आंदोलन की शुरुआत ही 22 अप्रैल को अपने जन्मदिन से करना चाहते थे।उन्होंने अर्थ डे नाम दिया उनका कहना था अर्थ डे और बर्थडे एक अच्छा ताल मिललाता है।
1970 में पर्यावरण रक्षा हेतु जो आंदोलन हुआ उसमें फिल्म एंड टीवी अभिनेता एड्डी अल्बर्ट ने पर्यावरण सुरक्षा एवं पृथ्वी दिवस शुरू करने के संदर्भ में काफी कार्य किया था। सीनेट जेराल्ड नेल्सन ने 22 अप्रैल को ही पर्यावरण से संबंधित बिल पास किया था।यह दिन उन्होंने इसलिए भी चुना थी कि पर्यावरण और पृथ्वी दिवस हेतु व्यापक जन आंदोलन को गति प्रदान करने वाले अभिनेता अल्बर्ट का जन्म भी 22 अप्रैल को हुआ था।सीनेट जेराल्ड नेल्सन इस दिन को अभिनेता के नाम समर्पित करना चाहते थे। अभिनेता अल्बर्ट ने एक टीवी शो “ग्रीन एकर्स” में प्रमुख भूमिका निभाई थी जिसका तत्कालीन जनजागृति और पर्यावरण चेतना पर व्यापक असर भी पड़ा था।
1990 से पृथ्वी दिवस वैश्विक हो गया और 141 देशों के 200 मिलियन लोग जुट गए और पर्यावरण का मुद्दा विश्व स्तर पर जोर शोर से उठाया गया।1992 में ब्राजील की राजधानी रियो डे जेनेरियो में एक सम्मेलन हुआ जिससे अर्थ समिट, पृथ्वी सम्मेलन के नाम से जाना गया। जिसमें 172 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
आज “विश्व पृथ्वी दिवस” को दुनिया के 200से ज्यादा देशों में मनाया हैं। अमेरिका में “विश्व पृथ्वी दिवस” को “ट्री डे” के नाम से भी जाना जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस कि प्रत्येक वर्ष अलग-अलग थीम होती है जो हमें संदेश देती है और बदलाव हेतु हमें प्रेरित करती है 2020 की जो थीम थी वह “क्लाइमेट एक्शन”2021 की “रीस्टोर  आवर अर्थ ” और 2022 की “हमारी धरती हमारा स्वास्थ्य” है। पृथ्वी  के तापमान में दिनोंदिन वृद्धि होती जा रही है बताया जा रहा है कि पिछले 100 वर्षों में पृथ्वी का तापमान 0•18 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान में वृद्धि हुई है।आज हम अपने स्वार्थ के कारण पहाड़ों को काट रहे हैं। नदियों को प्रदूषित कर रहे हैं। पर्यावरण  को खतरा बढ़ती जनसंख्या के कारण हैं जो प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तथा अनुचित इस्तेमाल के कारण होरहा है। जिसकी वजह से पृथ्वी पर काले बादलों का संकट मंडरा रहा है और ऐसे समय में पृथ्वी को बचाना अति आवश्यक। आज धरती पर बढ़ता ई- कचरा और पॉलिथीन की मात्रा को घटाया जाना चाहिए। आज के दिन दुनिया के हर व्यक्ति को यह संकल्प लेना चाहिए की धरती माता को यदि माता मानते हैं तो माता को सम्मान देना भी आवश्यक है। अपने स्वार्थ वश प्रकृति का दोहन कम से कम हो और पृथ्वी की रक्षा हेतु संरक्षण प्रदान करने हेतु पर्यावरण प्रदूषण को रोके। अपना नैतिक कर्तव्य को मानते हुए।
तभी “विश्व पृथ्वी दिवस”/”वर्ल्ड अर्थ डे” मनाना सार्थक हो सकेगा।
— डॉ. कान्ति लाल यादव

डॉ. कांति लाल यादव

सहायक प्रोफेसर (हिन्दी) माधव विश्वविद्यालय आबू रोड पता : मकान नंबर 12 , गली नंबर 2, माली कॉलोनी ,उदयपुर (राज.)313001 मोबाइल नंबर 8955560773