बाल कविता

चलो सरकारी स्कूल

चलो पापा  चलो स्कूल
चलो मम्मी चलो स्कूल
आ गया जून का महिना
खुल गए सरकारी स्कूल ।।
हमारी मंजिल  है स्कूल
जहाँ खिलते  नन्हें फूल ।
दखिला  कराने  हमारा
चलो   सरकारी  स्कूल ।।
मिलती आनंदमय शिक्षा
मिलता भोजन और दूध ।
मिलती गणवेश,छात्रवृत्ति
पाठय  पुस्तक नि:शुल्क ।।
सीबीएसई पैटर्न से हो रही
सरकारी स्कूलों में पढाई ।
गतिविधि आधारित,खेल
खेल में शिक्षा हमको भाई ।।
निपुण  भारत  का  हैं सपना
न्यारा सरकारी स्कूल अपना ।
प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देना
लक्ष्य हर बच्चे को दक्ष करना ।।
चलो  पापा  चलो  स्कूल
चलो  मम्मी  चलो स्कूल ।
चलो जल्दी  करो  न देर
हम जाएंगे सरकारी स्कूल ।।
ये गांव – शहर है  हमारा
सरकारी स्कूल है हमारा ।
हम सबकी ये जिम्मेदारी
बच्चों को इनमें ही पढाना ।।
चलो  पापा  चलो  स्कूल
चलो मम्मी  चलो  स्कूल ।
करा दो हमारा  दाखिला
खुल गए सरकारी स्कूल ।।
— गोपाल कौशल भोजवाल

गोपाल कौशल "भोजवाल"

नागदा जिला धार मध्यप्रदेश 99814-67300