लघुकथा

तीसरा संस्करण

सुमि के उपन्यास “प्यार की प्यास” का तीसरा संस्करण प्रेस में था. इतनी जल्दी तीसरा संस्करण! लोग सदमे के कारण सक्ते में होते हैं सुमि सफलता के कारण!
उसकी सोच की गाड़ी चल निकली.
“क्या लिखूं?”
“किस पर लिखूं?”
“हर लेखक / लेखिका की तरह मेरे सामने भी अक्सर यह समस्या आती है कि “क्या लिखूं?”
“कभी कलम पकड़कर सोचती रहती हूं, कभी कर्सर थाम के.”
“अनेक विषय उसके सामने आते हैं, पर….”
“पर क्या?”
“इस विषय पर लिख चुकी हूं.”
“इस विषय पर पहले ही बहुत कुछ लिखा जा चुका है.”
“कोई नया विषय?”
“सबसे बड़ी बात तो यह है विषय कहां से मिले?”
तभी उसने ब्राजील के एक सुप्रसिद्ध आर्किटेक्ट के बारे में एक लेख पढ़ा.
“यह आर्किटेक्ट रोजमर्रा की चीजों में देख लेता है शानदार इमारत….”
कोरोना में मास्क प्रधान हो गया तो मास्क से आइडिया लेकर शानदार बिल्डिंग का नक्शा बनाया. देखते-ही-देखते वह नक्शा सचमुच एक शानदार बिल्डिंग में परिवर्तित हो गया.
USB फ्लैश ड्राइव, मोबाइल स्टेंड, बच्चे का खिलौना, सैंडविच, हेलमेट, माइक, रेडियो- कोई भी वस्तु तो उसकी नजर से छूटी नहीं.
“इसका अर्थ यह हुआ कि आइडियाज तो हमारे आस-पास, इर्द-गिर्द बिखरे पड़े हैं!” उसने खुद को समझाया.
सैर करने के लिए सुमि शाम को पार्क में गई. एक श्वान हांफता-जीभ लपलपाता हुआ बार-बार पानी के खाली शकोरे के पास आता, पानी की एक बूंद भी न पाकर निराश हो जाता. एक बुजुर्ग महिला झूले पर बैठी यह देख रही थी. उसके पास पानी की बोतल थी. वह उठी और पानी शकोरे में डाल दिया. श्वान ने जल्दी से पानी पीना शुरु किया और जब तक खत्म नहीं हुआ, तसल्ली से पीता रहा. महिला उसे तृप्त होता हुआ देख रही थी. वह वापिस झूले पर बैठ गई. श्वान भी वहां आया, पूंछ हिलाकर उसने महिला का अभिवादन किया और उनके चरणों के पास बैठ गया, मानो सम्मानपूर्वक चरण स्पर्श कर रहा हो.
बस फिर क्या था!‍ चलने लगी उसकी कलम! उसी का नतीजा है उसके उपन्यास “प्यार की प्यास” का तीसरा संस्करण.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244