जय विजय की रचनाकार अंजु गुप्ता की सुपुत्री श्रेया गुप्ता ने अपने ग्रीष्मावकाश के दिनों में खाली समय का सदुपयोग रेखाचित्र बनाने में किया। उनके बनाये कुछ रेखा चित्र यहाँ प्रस्तुत हैं।
— डॉ. विजय कुमार सिंघल
जय विजय की रचनाकार अंजु गुप्ता की सुपुत्री श्रेया गुप्ता ने अपने ग्रीष्मावकाश के दिनों में खाली समय का सदुपयोग रेखाचित्र बनाने में किया। उनके बनाये कुछ रेखा चित्र यहाँ प्रस्तुत हैं।
— डॉ. विजय कुमार सिंघल
प्रिय बच्चो, नया साल मुबारक हो, आप सोच रहे होंगे, नया साल मुबारक हो तो 1 जनवरी को कहा जाता है, आज किसलिए कहा जा रहा है! आपने बहुत अच्छा प्रश्न किया है. आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा है और इसी दिन से हमारे नए संवत्सर यानी नए साल का शुभागमन होता है. आज का दिन […]
प्रिय बच्चो, सदा खुश रहो, आज बाल दिवस यानी चाचा नेहरू जयंती भी है और गुरु पर्व यानी गुरु नानक जयंती भी. कल आपने स्कूल में धूमधाम से बाल दिवस के उपलक्ष में बाल मेला मनाया होगा. आज हम आपको गुरुनानक देव जी के बारे में बता रहे हैं. सिख धर्म के संस्थापक और पहले […]
1. इधर-उधर ये भागता बचने सबकी लात से मिलता पर कोई नहीं इससे मीठी बात से उत्तर – फुटबॉल 2. बहती रहती हर समय नहीं किसी की नाक है छूता भी कोई नहीं हर कोई चालाक है उत्तर – नाली 3. लोहे से बनती सदा हड्डी जैसा काम इसके आगे कुछ नहीं बोलो […]
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आभार सर।