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हिंदी की गूंज के दसवें वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन

नई दिल्ली। देश की अग्रणी साहित्यिक संस्था हिंदी की गूंज का दसवाँ वार्षिकोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर मौजूद विद्वान-विदुषियों ने हिंदी को हिंद की भाषा बताते हुए अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
देश की अग्रणी साहित्यिक संस्था हिन्दी की गूँज का दसवाँ वार्षिकोत्सव रविवार की देर शाम गाँधी शांति प्रतिष्ठान दिल्ली के भव्य एवं दिव्य सभागार में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता देश के मूर्धन्य साहित्यकार पद्मश्री डाॅ. श्याम सिंह शशि जी ने की। बतौर मुख्य अतिथि हिन्दी अकादमी, दिल्ली के सचिव डॉ. जीतराम भट्ट ने हिन्दी की गूँज संस्था द्वारा की जा रही हिन्दी सेवा की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हिन्दी सेवा राष्ट्रसेवा का मूलाधार है। हिन्दी देश को एकता के सूत्र में बांधने वाली मजबूत डोर है। स्वागत भाषण में संस्था संयोजक नरेन्द्र सिंह नीहार ने अतिथियों की हिन्दी सेवा का परिचय देते हुए हिन्दी की गूँज के प्रेरणा स्तंभ राजकरण सिंह भारतवादी का भावपूर्ण स्मरण किया। विशिष्ट अतिथि और प्रख्यात चिकित्सक डॉ. सुनील सग्गड़ ने सभी विद्वतजनों का अभिनन्दन करते हुए परस्पर सहयोग, सहकार और भातृत्व भाव से काम करने का आह्वान किया। हिन्दी की गूँज मुम्बई शाखा की अध्यक्ष श्रीमती लता विनोद नोवाल ने हिन्दी की बढ़ती स्वीकार्यता और व्यापकता पर प्रकाश डाला। अलवर से पधारे रामअवतार शर्मा आलोक ने हिंदी की स्वीकार्यता पर अपने विचार रखे। हिन्दी के सुप्रतिष्ठित समीक्षक जनार्दन मिश्र ने संस्था के कार्यों का समीक्षात्मक विश्लेषण करते हुए हिन्दी भाषा की समृध्दि पर जोर दिया। पद्मश्री डॉ उषा यादव ने संस्था को अपना आशीर्वाद दिया।  डॉ. चन्द्रमणि शर्मा चन्दन की सरस्वती वन्दना के साथ प्रारंभ हुए सारस्वत अनुष्ठान का सरस एवं जीवंत संचालन खेमेन्द्र सिंह चन्द्रावत और डॉ. ममता श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
ये हुए सम्मानित-
कार्यक्रम में संस्था के राष्ट्रीय संयोजक नरेंद्र सिंह नीहार, डाॅ. नीलकंठ कुमार, उर्मिला रौतेला, कवि शैल भदावरी, डॉ. कामना सिंह, ललित शौर्य, अंजली शिशोदिया, प्रमोद कुमार चौहान प्रेम, सुरेश कुमार कौशिक, कैलाश मुद्गल, दिनेश कुमार आदि सहित हिन्दी विषय में उत्तम अंक पाने वाले विद्यार्थियों राज श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार को सम्मानित किया गया।
ये रहे मौजूद–
 डाॅ. श्याम सिंह शशि, डॉ सुनील सग्गड़, रामअवतार शर्मा आलोक, लता नोवाल, संस्था संरक्षक गिरीश चन्द्र जोशी, संस्था सचिव शशि प्रकाश, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. संजय सिंह, तरुणा पुण्डीर तरुनिल, अरविंद पथिक, रमेश कुमार गंगेले अनंत, अरविंद बख्शी, के शंकर सौम्य, लौह कुमार, रामकुमार पांडेय, भावना अरोड़ा मिलन, प्रज्ञा राजपूत, भारतेंदु उपाध्याय, मुकेश निर्माण, विद्यासागर, अखिलेश यादव, अरविंद पथिक आदि।

भावना अरोड़ा ‘मिलन’

अध्यापिका,लेखिका एवं विचारक निवास- कालकाजी, नई दिल्ली प्रकाशन - * १७ साँझा संग्रह (विविध समाज सुधारक विषय ) * १ एकल पुस्तक काव्य संग्रह ( रोशनी ) २ लघुकथा संग्रह (प्रकाशनाधीन ) भारत के दिल्ली, एम॰पी,॰ उ॰प्र०,पश्चिम बंगाल, आदि कई राज्यों से समाचार पत्रों एवं मेगजिन में समसामयिक लेखों का प्रकाशन जारी ।