हास्य व्यंग्य

बड़ा नाम होगा

अभी अभी बारिश के बीच सुरक्षित ठांव ढूंढ़ते ढूंढ़ते
अभी अभी यमराज से मुलाकात हो गई
मुझे देख यमराज की जेसे लाटरी लग गई दूर से ही उन्होंने मुझे देखकर पुकारा
प्रभु । इस धरा पर आप के सिवा न कोई और सहारा
बह आप से ही है उम्मीद है
इंदद्रके कोप से बचने का सहारा सिर्फ आप ही हैं
वैसे मुझे तलाश भी आपकी ही थी
मैं चित्र गुप्त जी का गुप्त संदेश भी आपके लिए ही है  बस प्रभु आप मुझे अपने घर ले चलिए
माना कि आप बड़ी पीड़ा में हैं
आपके चाहने वाले चिंतित हैं
इसलिए किसी संकरी गली हूसे मुझे घर ले चलिए
वरना कानुन व्यवस्था की समस्या आ सकती है
उनका क्रोध मुझपरफूट सकता है
फिर मेभगवनचित्रगुप्त जी का संदेश लीक से हटकर है
प्रभु बस अब आप ही कुछ कीजिए
भीगते भीगते मैं कांपने लगा हूं।
एक कप चाय का बहुत तलबगार हूं
मगर सब मुझे देख दूर  भाग रहे हैं
जैसे मैं उनके प्राण हरने आया हूं
अब आप ही  इन सबको को समझाओ
कि मैं तो आपका संदेश लेकर इस भीषण वारिश में धरती पर आया हूँ।
मैंमें यमराज को किसी तरह बारिश से बचाते हुए
घर लतो ले आया
पर  बच्चे डर गये पत्नी तबेहोश ही गई।
मगर में ठहरा भलामानुष
अब दूसरी दुनया से कोई आया है
कुछ आवभगत तो करना ही था
अपनी दूनिया का नाम बदनाम थोड़े ही करना था
मैंनै खुद ही चाय बनाया पत्नी को  जैसे तैसे जगाकर चाय का कप पकड़ाया
पत्नी को गुस्सा आ गया आ
ये चाय किसने बनाया
मैं मर तो नहीं गई थी
जो मेहमान के सामने नाक कटवा रहे हो
मेरे मरने के सपने देख रहे हो
नाशपीटे
यमराज को मेहमान की तरह घर में बुला लाये हो
पर तूम और यमराज दोनों सुन लो
तुम्हारे साथ साथ
यमराज के भी प्राण मैं ही ले लूंगी
यमराज घबराया रह हाथ जोड़कर श्रीमती जी से बोला
आप ग़लत समझ रही हैं देवी
मे मैंतो चित्रगुप्त जी का संदेश लेकर आया हूं
ये बीमारी तो सिर्फ बहाना है
दरअसल भैया को राष्ट्रपति भवन कविता पढ़ने आपके साथ जाना।
भाभी जी आप ग़लत सोच रही हैं मैं तो खुशखबरी लेकर आया हूं
भैय्या की बीमारी समस्या नहीं उनका बड़ा सौभाग्य है बीमारी उनके जीवन का बड़ा सौभाग्य है
दरअसल आपके पति देव के जीवन में बहुत बाधाएं हैही
ये बाधाएं ही उनकी किस्मत चमकाएंगी
दुनियां जहां तक सोच नहीं सकती
भैया की प्रसिद्ध वहां तक जायेगी।
दरअसल आपके पति देव बड़े भोले हैं
सबके हित का सोचते हैं
सबकी  बड़ी चिंता करते हैं
तभी तो झटके खाते हैं
पर ये कोई परेशानी नहीं है
वे बड़े जीवट है तपकर निखरते हैं
तभी तो एक बार इस कठिन समय से बाहर आ कितना नाम कमचुके हैं
इस बार भी कुछ वैसा ही होगा
भैया लंबी उम्र के शहंशाह है
दुनिया भर में उनका और बड़ा नाम होगा
जो उनसे ईर्ष्या कर रहे हैं उनका मुंह काला होगा
भैया के नाम का उजाला पूरी दूनिया में होगा
तव आपका भी खूब सम्मान होगा
आपको अपने पति पर गर्व होगा
आपको भी वी वी आई पी दर्जा मिलेगा।
आपकी हर समस्या का हल होगा
आपके श्रीमान का जल्दी ही और बड़ा नाम होगा

 

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921