संस्मरण

संस्मरण – तुलसी तेरे रूप अनेक

बात राजस्थान के ही किसी जिले की कुछ साल पहले की है। वहाँ महिलाओं के कल्याण से संबंधित विभागों, संस्थानों और स्वयंसेवी संस्थाओं की मिली-जुली जिलास्तरीय समीक्षा बैठक चल रही थी।

            महिलाओं के सर्वांगीण विकास को लेकर हो रही चर्चा के दौरान मुद्दा उठा कि इस क्षेत्र की महिलाओं में गुटखों और तम्बाकू का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। सभी ने इस पर गहरी चिन्ता जाहिर की।

            इन्हीं चर्चाओं के बीच जिले में महिलाओं के विकास वाले विभाग की नई-नई आयी जिलाधिकारी ने बताया कि वे जब यहाँ आयीं थी तो उन्हें बताया गया कि यहां महिलाएं तुलसी का प्रयोग करती हैं तो वे यह जानकर बहुत खुश हुई थीं कि अपने स्वास्थ्य के लिए वनौषधियों का प्रयोग करने में यहां की महिलाएं कितनी आगे हैं।

            इस अधिकारी ने बताया कि बाद में उनका माथा उस समय ठनका जब बताया गया कि तुलसी का मतलब यहां तुलसी पौधे से नहीं बल्कि तुलसी ब्राण्ड गुटखे से है जिसका सेवन महिलाएं बड़े चाव से करती हैं। इस रहस्योद्घाटन पर तमाम संभागी अधिकारी और कार्मिक हँसे बिना नहीं रहे।

डॉ. दीपक आचार्य

*डॉ. दीपक आचार्य

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