बाल कविता

बाल गीत – नव प्रभात अब आया है

नई उमंगे सँग में लेकर
नव प्रभात अब आया है।
बुरा समय अब बीत गया है
नई किरण इक आई है ।
चहुंदिश फैल रहा उजियारा,
खुशहाली अब छाई है।
बनी रहे हरदम खुशहाली,
 गीत सभी ने गाया है।
नई उमंगे सँग मे लेकर
 नव प्रभात अब आया है।।1।।
नए वर्ष में हम सब मिलकर
जमकर धूम मचाएंगे ।
तम को हम ना आने देंगे ,
प्रेम सुधा बरसाएंगे।
आगे बढ़ते जाएंगे हम
कोई रोक न पाया है ।
नई उमंगे सँग मे लेकर
 नव प्रभात अब आया है।।2।।
अच्छी आदत को अपनाकर
बुरी आदतें  हम छोड़ेंगे ।
पथ के सारे कांटे चुनकर ,
नई राह हम जोड़ेंगे ।।
सत्य राह पर चलकर
हमने नव प्रकाश पाया है ।
नई उमंगे सँग मे लेकर
 नव प्रभात अब आया है।।3।।

डॉ. कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव

पिता का नाम-श्री बनवारी लाल श्रीवास्तव शिक्षा -एमएससी ,बीएड, पीएचडी लेखन विधा- कैरियर आलेख ,बाल साहित्य सम्प्रति- शासकीय शिक्षक अन्य -स्तरीय पत्र पत्रिकाओं में नियमित प्रकाशन राव गंज कालपी ,जालौन उत्तर प्रदेश पिन 285204 मोबाइल नंबर945131813 ईमेल om_saksham@rediffmail.com