कविता

अलविदा सखे!

अलविदा- 2022
स्वागतम- 2023
अलविदा सखे! अलविदा सखे!
अलविदा साल 2022 सखे!
जो आता है, वह जाता सखे!
तुमको भी तो अब जाना सखे!
होनी है विदाई इक दिन तो,
खुश होके लेना विदाई सखे!
अलविदा सखे! अलविदा सखे!
हर साल सिखा कुछ जाता है,
कुछ लाता, कुछ ले जाता है,
तुम भी तो उसी कतार में हो,
शहनाई और सितार में हो,
सुख-दुःख से रखी मिताई सखे!
अलविदा सखे! अलविदा सखे!
सुख में संग मिलकर मुस्काए,
दुःख में साहस के सेतु बने,
अब जाने की तैयारी सखे!
नए साल से रखना यारी सखे!
दे जाना अच्छी सीख सखे!
खुश होके लेना विदाई सखे!
अलविदा सखे! अलविदा सखे!

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244