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लोरी
सोजा री मेरी राजदुलारी, लोरी सुनाऊं तुझे गोदी में उठाऊ मेरी राज दुलारी। मेरी राधा प्यारी तुझे निंदिया आए तू सोजा री, वृषभानु दुलारी मैया की प्यारी तू सोजा री मेरी राजदुलारी यशोदा सुलाए कन्हैया भी सोए, मां लोरी सुनाए ऐसी की निंदिया आ जाए मेरी राजदुलारी । लोरी के बिना कौन सी बात सुनाऊ […]
चलो बुहारें अपने मन को
चलो, बुहारें अपने मन को, और सँवारें निज जीवन को। चलो स्वच्छता को अपना लें, मन को निर्मल स्वच्छ बनालें। देखो, कितना गन्दा मन है, कितना कचरा और घुटन है। मन कचरे से अटा पड़ा है, बदबू वाला और सड़ा है। घृणा द्वेष अम्बार यहाँ है, कचरा फैला यहाँ वहाँ है। […]
काश ! मैं फिर से बच्चा बन पाती
मुझको भी गर… कोई जिन्न मिल जाता, और पूछता मुझसे… मेरी अभिलाषा ! बिन सोचे उसको… मैं कह जाती, काश ! मैं फिर से बच्चा बन पाती !! संगी साथियों संग… बेफिक्र खेलती, उन झगड़ों का सुख… फिर से झेलती ! फिर रूठी को मनाने… टोली आ जाती काश ! मैं फिर से बच्चा बन […]